18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इचाक में 40 ग्रामीणों ने 3 दिनों में श्रमदान से बनायी सड़क और पुलिया, नदी पार करने में होती थी परेशानी

Jharkhand news, Hazaribag news : हजारीबाग जिला अंतर्गत इचाक प्रखंड के बभनी गांव के बांका टोला के ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क और चचरी पुलिया (बांस की पुलिया) बनाये हैं. इन ग्रामीणों को बरसात के समय में नदी पार करने में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. गांव के 40 ग्रामीणों ने 3 दिनों में कच्ची सड़क और चचरी पुलिया (बांस की पुलिया) बना दिये.

Jharkhand news, Hazaribag news : इचाक (रामशरण शर्मा) : हजारीबाग जिला अंतर्गत इचाक प्रखंड के बभनी गांव के बांका टोला के ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क और चचरी पुलिया (बांस की पुलिया) बनाये हैं. इन ग्रामीणों को बरसात के समय में नदी पार करने में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. गांव के 40 ग्रामीणों ने 3 दिनों में कच्ची सड़क और चचरी पुलिया (बांस की पुलिया) बना दिये.

इचाक प्रखंड के डाढा पंचायत अंतर्गत बभनी गांव के बांका टोला के ग्रामीणों को आवागमन के लिए नदी पार करना पड़ता था. बारिश के दिनों में नदी पार करना काफी परेशानी का सबब था. वहीं, बभनी मुख्य पथ से बांका टोला जाने के लिए करीब 1 किलोमीटर पहाड़ी कच्ची सड़क से गुजरना पड़ता है. सड़क नहीं होने के कारण आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी.

Also Read: Coronavirus in Jharkhand : लातेहार के अहीरपुरवा मोहल्ले में कोरोना संक्रमित मिलने से प्रशासन सजग, सभी रास्तों को किया सील

इस संबंध में कई बार सांसद, विधायक समेत जन प्रतिनिधियों से गुहार लगायी गयी, लेकिन आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिला. इसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही चलने लायक सड़क और चचरी पुल बनाने को ठानी. सभी एकजुट हुए और करीब 40 ग्रामीणों ने 3 दिनों में श्रमदान कर चलने लायक सड़क और चचरी पुल (बांस का पुल) को बना दिया. शुक्रवार (10 जुलाई, 2020) को ग्रामीणों ने चचरी पुल (बांस का पुल) पर से मोटरसाइकिल पार करवा कर इस पुल का उद्घाटन किया.

Undefined
इचाक में 40 ग्रामीणों ने 3 दिनों में श्रमदान से बनायी सड़क और पुलिया, नदी पार करने में होती थी परेशानी 2
इन मजदूरों ने किया श्रमदान

कच्ची सड़क और चचरी पुल के निर्माण में फूलो मुर्मू, झुमरी टुड्डू, देवंती मुंडा, खुशबू टुडू, सुंदरी हांसदा, देवी सोरेन, पंडरी टुडू, सरिता टुडू, जमिंता हेम्ब्रम, प्रमिला हांसदा, सुनीता हांसदा, अनिशा हेम्ब्रम समेत 40 महिला और पुरुष शामिल थे.

ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास को देखते हुए सामाजिक संस्था गूंज ने अपने स्तर से सहयोग देने का आश्वासन दिया है. संस्था के सचिव बीरबल प्रसाद ने बताया कि ग्रामीणों को उसकी मजदूरी दिलायी जायेगी. वहीं, कोविड- 19 के तहत मुफ्त में अनाज और अन्य सामग्री उपलब्ध कराया जायेगा.

Posted By : Samir ranjan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें