चौपारण, हजारीबाग: भगत सिंह एवं चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा का अनावरण शहीद-ए-आजम ब्रिगेड फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष यादविंदर सिंह सिंधु ने किया. इन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ी थी. हजारीबाग जिले के चौपारण में विधायक उमाशंकर अकेला के आवास परिसर में शनिवार को अनावरण कार्यक्रम हुआ. बरही विधायक के पुत्र जिला परिषद सदस्य रवि शंकर अकेला ने अपने बेटे का नामकरण भगत सिंह किया है. उसी के जन्मोत्सव पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. मंच पर विधायक इरफान अंसारी के पुत्र का नाम अशफाकउल्ला रखा गया. इस मौके पर यादविंदर सिंह सिंधु ने कहा कि भगत सिंह कल भी जिंदा थे. आज भी जिंदा है और कल भी जिंदा रहेंगे. उन्होंने कहा यहां आने के बाद ऐसा लग रहा है कि भगत सिंह का घर केवल पंजाब में ही नहीं, बल्कि झारखंड के चौपारण में भी है. भगत सिंह को सूली पर चढ़ाकर अंग्रेजों ने सोचा था कि भारत में क्रांति की समाप्ति हो जायेगी. शायद अंग्रेज यह भूल बैठे थे कि पूरा भारत का एक-एक नौजवान भगत सिंह व चंद्रशेखर आजाद है.
ब्रिगेड फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष बने उमा शंकर अकेला
शहीद-ए-आजम ब्रिगेड फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष यादविंदर सिंह सिंधु ने बरही विधायक उमाशंकर अकेला को झारखंड प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया है. सिंधु ने मंच पर उन्हें पत्र सौंपकर यह जिम्मेवारी दी. जिम्मेवारी के बाद अकेला ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा जो जिम्मेवारी दी गयी है, उसका वे बखूबी निर्वहन करेंगे. बड़ी संख्या में नौजवानों को जोड़कर झारखंड में एक सशक्त फाउंडेशन बनाने का प्रयास करेंगे.
हमारा जीवन देश के लिए है
यादविंदर सिंह सिंधु ने कहा कि मेरा जीवन घर -परिवार के लिए नहीं है बल्कि देश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए मिला है. नौजवानों में भारत माता के प्रति प्यार है. भगत सिंह कल भी जिंदा थे. आज भी जिंदा है और कल भी जिंदा रहेंगे. उन्होंने कहा यहां आने के बाद ऐसा लग रहा है कि भगत सिंह का घर केवल पंजाब में ही नहीं, बल्कि झारखंड के चौपारण में भी है. आज का यह पल झारखंड के लिए नयी दिशा तय करेगा, जहां एक विधायक द्वारा अपने आवास परिसर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह एवं चंद्रशेखर आजाद जैसे देश भक्तों की प्रतिमा का अनावरण हो रहा है. उन्होंने कहा कि सचमुच यह दिन झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. भगत सिंह को सूली पर चढ़ाकर अंग्रेजों ने सोचा था कि भारत में क्रांति की समाप्ति हो जायेगी. शायद अंग्रेज यह भूल बैठे थे कि पूरा भारत का एक-एक नौजवान भगत सिंह व चंद्रशेखर आजाद है.
भगत सिंह ने अपनी मां से कही थी ये बात
भगत सिंह के पोते यादविंदर सिंह सिंधु ने कहा कि कहा हमारे बच्चों को सांस्कृति से जोड़ने के लिए हरेक मां को अपने बच्चों को शहीदों की जीवनी को बताना होगा. सिंधु ने कहा कि मेरा रंग दे बसंती चोला के रंग में आज झारखंड रंग चुका है. बरही विधायक ने अपने पोते का नाम भगत सिंह रखकर बड़ा काम किया है. भगत सिंह ने अपनी मां को एक सवाल के जवाब में कहा था कि मां मेरे नहीं रहने के बाद तुम ये मत समझना की तेरा भगत नहीं है. जिस नौजवान में मां भारती का सेवा करता दिखा तो समझना वही तेरा भगत है. आज उस मां की आत्मा को बड़ी शांति मिलती होगी. जब भगत का दूसरा नाम झारखंड में किसी ने अपने बच्चे का रखा है. उन्होंने कहा कि आप हमारी संस्था से जुड़िए. भगत सिंह आपके घर भी होगा. भगत सिंह से आप दोस्ती तो करिए, आपके मन से भय दूर हो जायेगा.
वर्षों का सपना पूरा हुआ
बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि आज मेरा वर्षों का सपना साकार हुआ है. विद्यार्थी जीवन से शहीद-ए-आजम भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद का अनुयायी रहा हूं. आज उनकी प्रतिमा को अपने आवास परिसर में लगाकर सपना पूरा किया.
समारोह में ये हुए शामिल
समारोह विधायक मथुरा प्रसाद महतो, विधायक बिनोद सिंह, विधायक राकेश कच्छप, विधायक नीरज पूर्णिमा सिंह, विधायक डॉ इरफान अंसारी, विधायक अंबा प्रसाद, पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता, पूर्व विधायक रामलखन सिंह, योगेंद्र बैठा, ममता देवी, जानकी यादव, जिप सदस्य रवि शंकर अकेला, कांग्रेस नेता मुन्ना सिंह, प्रखंड अध्यक्ष मंटु यादव, रेवाली पासवान, महेंद्र साव, बीरबल साव, लव सिंह, अभिमन्यु प्रसाद भगत, मुखिया ममता देवी, गुलाबी यादव, सुनीता देवी, अर्चना हेमरोम, जानकी यादव, डॉ निजामुद्दीन, मो हेलाल अख्तर, श्याम सिंह, कोठारी सिंह, नागेन्द्र कुशवाह, मनोज सिंह, महेश केसरी, अज्जू सिंह, होरिल साव सहित कई लोग शामिल थे.