Jharkhand News: हजारीबाग के बरही स्थित कोनरा कर्बला के मैदान में तहरीके-बेदारी और इस्लाहे-मोअशरा कांफ्रेंस का आयोजन हुआ. इस कांफ्रेस में जदयू नेता सह पूर्व राज्यसभा सदस्य मौलाना गुलाम रसूल बलियावी समेत अन्य उलेमाओं ने शिरकत की. इस दौरान केंद्र समेत झारखंड की हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा, सुरक्षा और सत्ता में हिस्सेदारी दे सरकार, वर्ना जोरदार आंदोलन होगा.
सरकार को मार्च तक का दिया मोहलत
कांफेंस में प्रस्ताव पारित कर सरकार से मुस्लिम सेफ्टी एक्ट बनाने, उर्दू एकेडमी, मदरसा बोर्ड, अकलियत कमीशन, सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड का गठन करने, उर्दू स्कूलों के अस्तित्व की रक्षा, सभी प्रखंडो में अकलियत गर्ल्स हॉस्टल, बॉय हॉस्टल का निर्माण और शिक्षा, रोजगार और सत्ता में हिस्सेदारी की मांग की गई. साथ ही इन मांगों को पूरा करने के लिए कांफ्रेंस में शामिल उलेमाओं ने सरकार को मार्च तक का मोहलत दिया गया. मंच से यह चेतावनी भी दी गई कि मांगे पूरी नहीं होने पर मार्च के बाद पूरे राज्य में आंदोलन किया जाएगा. इसके अलावा सामाजिक सुधार पर भी बात की गई.
बिना दहेज के शादी करने का लिया संकल्प
उलेमाओं ने मजमे में उपस्थित मुस्लिम मौजवानों से बिना दहेज के शादी करने का संकल्प कराया. उलेमाओं को सुनने कॉन्फ्रेंस में काफी संख्या में लोग पहुंचे थे जिनमे महिलाएं भी थी. कॉन्फ्रेंस की सदारत बरही जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मुशर्रफ उल कादरी एवं संचालन इदारे शरिया रांची के नाजिम-आला मौलाना कुदबुद्दीन रिजवी ने किया. कॉन्फ्रेंस के आयोजन की व्यवस्था बरही जामा मस्जिद के इमाम मुशर्रफ उल कादरी, मदीना मस्जिद के इमाम हाफिज कलीमुद्दीन रिजवी, मक्का मस्जिद के इमाम कारी अब्दुल कय्यूम और तीनों मस्जिदों की इंतेजामिया कमिटी ने किया.
कांफ्रेस में इनकी रही मौजूदगी
तहरीके-बेदारी और इस्लाहे-मोअशरा कांफ्रेंस उत्तर प्रदेश के मुफ्ती शमसुद्दीन, मौलाना नुमान अख्तर नवादा बिहार, इदारे सरिया पटना के मुफ़्ती डॉ अमज़द रजा अमज़द,नायब काज़ी मुफ़्ती गुलाम हुसैन शककाफ़ी, इदारे सरिया रांची के सदर मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, मौलाना मसूद फरीदी,मुफ़्ती फारूक मिस्बाही सहित बिहार, झारखंड व उत्तरप्रदेश के कई उलेमाओं ने शिरकत किया व मुस्लिम समाज के दीनी, समाजी, शैक्षणिक,सत्ता में हिस्सेदारी के सवालों पर बातें रखी.