इचाक : प्रखंड के दो गांव में बिरहोर जाति के लोग निवास करते हैं. दोनों बिरहोर टंडा में उनकी आबादी करीब 150 है. तिलरा भुसवा बिरहोर टंडा में 35 बिरहोर परिवार व सिझुआ बिरहोर टंडा में 14 बिरहोर परिवार रहते हैं. दोनों बिरहोर टंडा में कोविड वैक्सीन नहीं दिया गया है.
सिझुआ टंडा के बूधन बिरहोर, रामकिशुन बिरहोर, छोटा बूधन बिरहोर, अजय बिरहोर, बिजय बिरहोर, ठूठा बिरहोर, बांड़ा बिरहोर, गोला बिरहोर, प्रमोद बिरहोर, मुकेश बिरहोर, सुनीता देवी, रेणू देवी, रेशाई देवी, मीना देवी, सुनिता देवी, अनीता बिरहोर से पूछे जाने पर बताया कि कोरोना के डर से सुइया नाय लेलियो है.
इस बाबत सीएचसी इचाक चिकित्सा प्रभारी डॉ ओमप्रकाश व स्वास्थ्यकर्मी रमेश कुमार ने बताया कि अभी तक दोनों टंडा के बिरहोर परिवारों को वैक्सीन नहीं दिया गया है. एएनएम व सहिया के द्वारा बिरहोरों को कोविड वैक्सीन लेने के लिए जानकारी दी गयी. पर वे लोग इंजेक्शन नहीं लेना चाहते हैं. उन्हें जागरूक करने का प्रयास जारी है. बिरहोर परिवार में जागरूकता अभाव है.
चौपारण. प्रखंड के अलग-अलग सुदूरवर्ती क्षेत्रों में करीब 300 बिरहोर बसे हैं. जिसमें कठंबा में 29, नावागढ़ में 18, चोरदाहा में 14, बिगहा में 56, दुरागड़ा में 48, यमुनिया तरी में 47 व बनउ व नवादा डेबो में एक-एक परिवार कुल 214 परिवार हैं. जिसमें दुरागड़ा व यमुनियातरी को छोड़ कर अन्य स्थानों पर पर बसे करीब 50 बिरहोरों को वैक्सीन डोर-टू-डोर जाकर दिया जा चुका है. टीकाकरण में बीडीओ प्रेमचंद कुमार सिन्हा, आंगनबाड़ी सेविका मीरा गुप्ता, सहिया सुखदेव पासवान, बिनोद सिंह, नरेश पासवान, मनोज सिंह व स्वस्थ्यकर्मियों ने सहयोग किया है.