Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग जिले का चौपारण बीते कुछ महीनों से अवैध शराब बिक्री का बड़ा केंद्र बन गया है. एक अनुमान के मुताबिक यहां हर माह करोड़ों रुपए की अवैध शराब का कारोबार इस क्षेत्र में फल-फूल रहा है. बिहार में शराबबंदी इस इलाके में इस उद्योग को बढ़ावा दे रही है. उत्पाद विभाग तथा पुलिस की हर कार्रवाई के बाद भी यह गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. झारखंड-बिहार सीमा की चोरदाहा पंचायत के अहरी जंगल में बड़ी मात्रा में अवैध शराब की खेप जब्त हुई है.
उत्पाद विभाग को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. अहरी जंगल से लगभग 160 कार्टून अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की गई है. शराब को बिहार सप्लाई करने के लिए खुले आसमान के नीचे प्लास्टिक एवं तिरपाल से ढंककर बेहद गोपनीय ढंग से छिपाकर रखा गया था. आमतौर पर जंगल में लोग कम ही जाते हैं. ऐसे में सघन जंगल क्षेत्र में तस्करी के लिए ही शराब को छिपा कर रखा गया था. रात के अंधेरे में तस्कर वाहनों के माध्यम से इसकी आपूर्ति करने वाले थे, तभी इसकी भनक पुलिस को लग गयी. बरामद की गई अवैध शराब की कीमत लाखों रुपये बतायी जा रही है.
इस बड़ी उपलब्धि को लेकर विभाग के अवर निरीक्षक जितेंद्र सिंह व राजीव नयन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उक्त कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि चोरदाहा तथा इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में युवा वर्ग अवैध शराब की बिक्री में जुड़े हैं. विभाग को गुप्त सूचना मिली कि इस कारोबार का मुखिया बिहार के बैजनाथपुर का विजय यादव है. उत्पाद विभाग की इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस का भी योगदान रहा. बरामद की गयी शराब की खेप को उत्पाद विभाग अपने साथ ले गई.
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रिपोर्ट: अजय ठाकुर