हजारीबाग जिला के केरेडारी प्रखंड में धान का उत्पादन काफी अच्छा हुआ है. किसानों का धान के मैसाई का कार्य भी लगभग पूरा होने है.बावजूद अभी तक धान खरीदने के लिए सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की है. जिससे किसान काफी परेशान हैं. राज्य सरकार के उदासीनता के कारण केरेडारी प्रखंड में धानक्रय केंद्र नहीं खुला.
धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से छोटे किसान काफी आहत हैं, जिसका पूरा लाभ बिचौलिये उठा रहे हैं. केरेडारी में 11 से 12 रुपया प्रति किलो धान का खरीदारी बिचौलिये कर रहे हैं. जिसे ट्रकों में भर भर कर बंगाल, अोड़िशा, बिहार समेत अन्य राज्यों में भेज रहे हैं. जहां ऊंचे दामों में धान बेच रहे हैं या फिर व्यापारी धान को अपने घरों में स्टॉक कर रहे हैं. ताकि समय पर मुनाफा ले कर बेचें. किसानों की मेहनत का लाभ व्यापारी उठा रहे हैं. किसान कर्ज में डूबते जा रहे हैं.
केरेडारी के किसान राजेश कुमार महतो, किटू भुइयां, शिबान साव, प्रकाश महतो, छोटू कुमार, भोला महतो, रामधनी महतो ने बताया सरकार ने रबी खरीफ फसल की खेती में कोई सहयोग नहीं किया जाता. गांव के ही संपन्न लोगों से उधार पेंच लेकर खेती -बारी करते हैं. इस बार धान की फसल का उत्पादन अच्छा रहा. अब खेतों में रबी फसल लगाने की तैयारी कर रहे हैं.
कुछ खेतों में लगा भी रखे हैं. फसल खरीदने के लिए नकद की जरूरत पड़ती है. अभी तक गांव के पैक्स में धान खरीदी शुरू नहीं हुई. पैक्स में पैसा भी देरी से मिलता हैं. ऊपर रजिस्ट्रेशन का झंझट भाग दौड़ में ही समय निकल जाता है, तो खेती कब करेंगे, सरकार पैक्स अध्यक्षों के माध्यम से धान का खरीदी खलिहान से करवाने की मांग की है.
केरेडारी सहकारिता पदाधिकारी मुरलीधर बिरुवा ने कहा धान क्रय केंद्र खोलने का कोई नोटिफिकेशन अभी तक नहीं मिला है. नोटिफिकेशन मिलते ही जिला पदाधिकारियों के निर्देशानुसार चयनित पैसों में धान क्रय केंद्र खोला जायेगा. केरेडारी के पूर्व सात पैक्स समेत चार नये पैसों का क्रय केंद्र के लिए अनुमोदन कर जिला पदाधिकारियों को भेजा गया है.