Elephants, compensation, hazaribagh news, केरेडारी (अरुण कुमार यादव) : हजारीबाग जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र केरेडारी में पिछले 10 दिनों से जंगली हाथियों का झुंड कहर (Gajraj’s havoc) बरपा रहा है. 10 दिनों में जंगली हाथियों ने केरेडारी के बड़का आम, टुंडा, पांडू, कोदवे, बेंगवरी, काबेद, बुकरू में दो दर्जन से अधिक घरों को तोड़ (many houses damaged) दिया. किसानों के खेतो में लगे आलू, गेहू, सरसों, गोभी, बीन, गन्ना को काफी नुकसान (crops damaged) पहुंचाया. बताया जा रहा है कि हाथियों से करीब 25 लाख का नुकसान हुआ है. ग्रामीणों ने वन विभाग (forest department) से मुआवजे (compensation) की मांग की है.
हाथियों के कहर से किसानों एवं गृह स्वामियों को लगभग 25 लाख रूपये से अधिक का नुकसान हुआ है. 1 जनवरी की रात्रि जंगली हाथियों के झुंड ने बुकरू, डम्हाबागी, चटीपेटो में उत्पात मचाया. 1 जनवरी को टंडवा उड़सू से बुकरू पहुंचा और हाथी बुकरू में लगी फसल को खाने लगा.
ग्रामीणों द्वारा हाथियों को भगाने पर हाथी डम्हाबागी के कैला भुइयां का घर तोड़ दिया. घर में रखा 4 क्विंटल धान, चावल को नष्ट कर दिया. चटीपेटो के छठु साव का घर तोड़ कर हाथी घर में घुस गये. घर में रखा 3 क्विंटल चावल, धान को खा गये. घर के समीप 5 कट्ठा में आलू, लहसुन व केला के पौधा चट कर गये. यहां हाथियों के द्वारा 5 लाख की संपत्ति बर्बाद कर दिया गया. फिलहाल हाथियों का झुंड सलगा के गेरूवा जंगल में है. जंगली हाथियों से परेशान ग्रामीणों ने जंगली हाथियों को भगाने एवं इनसे हुए नुकसान की भरपाई की मांग वन विभाग से की है.
Posted By : Guru Swarup Mishra