हजारीबाग, आरिफ : हजारीबाग जिले में सरकारी स्कूल के कक्षा एक से दो में पढ़ रहे नौनिहालों की बुनियादी भाषा (ज्ञान) को बढ़ाया जायेगा. रूम टू रीड संस्था ने हजारीबाग झारखंड शिक्षा परियोजना के साथ मिलकर नौनिहालों को ज्ञान बढाने का निर्णय लिया है. संस्था से जुड़े राज्य कार्यक्रम अधिकारी सूरज पांडेय ने रविवार को यह जानकारी दी.
नौनिहालों को खेल-खेल से मिलेगी कई जानकारी
उन्होंने बताया कि खेल-खेल के माध्यम से नौनिहालों को मौखिक भाषा, ध्वनि जागरूकता, वर्ण ज्ञान, धाराप्रवाह पठन, समझ, लेखन एवं स्वतंत्र पठन के महत्त्व की जानकारी मिलेगी. पहले चरण में आठ प्रखंड सदर, चौपारण, बरही, विष्णुगढ़, टाटीझरिया, दारू, चुरचू एवं डाडी का चयन किया गया है. वहीं, मास्टर ट्रेनर के रूप में 30 शिक्षकों का चयन हुआ है. चयनित सभी शिक्षकों को चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शहर के कैनरी इन होटल में दिया गया. संस्था की ओर से सभी को खाने एवं ठहरने की व्यवस्था की गई थी. इसमें कुछ सहायक (पारा) शिक्षक भी शामिल हैं.
पहले चरण में आठ प्रखंड के बच्चों को मिलेगी शिक्षा
प्रशिक्षण प्राप्त 30 शिक्षक शीघ्र प्रखंड स्तर पर बाकी शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे. प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद चयनित प्रखंड के पंचायत, गांव एवं मोहल्ले में स्थित सरकारी स्कूल के कक्षा एक से दो में पढ़ रहे सभी नौनिहालों का ज्ञान बढ़ाने के कार्यक्रम की शुरुआत होगी. दिल्ली, राजस्थान एवं अन्य शहरों से पहुंचे मास्टर ट्रेनर ने शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है. पहले चरण में आठ प्रखंड को लिया गया है. इसके बाद बाकी आठ प्रखंडों को इससे शामिल करने की योजना है.
निपुण कार्यक्रम से बच्चों के भाषा में होगा सुधार
इस संबंध में हजारीबाग के डीईओ उपेंद्र नारायण ने कहा कि केंद्र सरकार निपुण कार्यक्रम चलाकर देशभर के सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में अध्ययनरत नौनिहालों के भाषा की सुदृढ़ीकरण करने का अभियान चलाया है. इसके लिए कई संस्थाएं सरकार को मदद करने में जुटी हैं. हजारीबाग जिले में रूम टू रीड संस्था की ओर से प्रारंभिक कक्षा के भाषा शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है. प्रशिक्षित शिक्षक प्रखंड में बाकी शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे. इसके बाद स्कूलों में कार्यक्रम की शुरुआत होगी.
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क्या है निपुण भारत योजना
नयी शिक्षा नीति के तहत निपुण भारत योजना की शुरुआत हुई है. इसके तहत बच्चों में आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक के ज्ञान को विकसित करना है. शिक्षा मंत्रालय द्वारा पांच जुलाई से इस योजना की शुरुआत की गयी है. इसका पूरा नाम नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी (NIPUN) है. इसके माध्यम से जहां बच्चों के बीच सक्षम वातावरण का निर्माण किया जाएगा, वहीं वित्तीय वर्ष 2026-27 तक हर बच्चे को तीसरी कक्षा के अंत तक पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता प्रदान की जाएगी.
बच्चों का होगा विकास
मूलभूत भाषा एवं साक्षरता
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मौखिक भाषा का विकास
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धवनियात्मक जागरूकता
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डिकोडिंग
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शब्दावली
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रीडिंग कंप्रीहेंशन
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पठन प्रवाह
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प्रिंट के बारे में अवधारणा
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लेखन
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कल्चर ऑफ रीडिंग
मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
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पूर्व संख्या अवधारणाएं
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नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
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गणितीय तकनीकें
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मापन
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आकार एवं स्थानिक समाज
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पैटर्न
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बच्चों की शिक्षा पर रहेगा जोर
निपुण भारत योजना के तहत नौनिहालों को शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा. इसके अलावा बच्चों के सीखने के परिमाण पर ध्यान देना और सीखने के परिमाणों की उपलब्धि का मापन करना मुख्य होगा.