उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग के 1600 सरकारी स्कूलों ने विद्यालय विकास फंड में मिले 24 करोड़ की राशि खर्च नहीं की है. अब शिक्षा परियोजना कार्यालय पैसे की रिकवरी कर रहा है. अब तक 20 करोड़ 71 लाख की राशि रिकवर की गयी है. स्कूल प्रबंधक चेक एवं अन्य माध्यम से शिक्षा परियोजना कार्यालय के बैंक खाते में पैसा लौटाया है. सभी 10 कस्तूरबा स्कूल एवं 16 प्रखंड संसाधन केंद्र ने पैसा वसूला गया है. वहीं, 111 संकुल संसाधन केंद्र के अधिकांश केंद्र प्रबंधक पैसे लौटाने में आनाकानी कर रहे हैं. समय सीमा के अंदर पैसा नहीं लौटाने वाले शिक्षक, संकुल एवं अन्य के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी.
चार वित्तीय वर्ष 2016-17, 2017-18, 2018-19 एवं 2019-20 में लगभग 1600 स्कूलों को शिक्षा परियोजना हजारीबाग कार्यालय की ओर से विद्यालय विकास अनुदान, छात्र-छात्राओं को दो सेट पोशाक, विद्यालय किट, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों काे प्रशिक्षण व विद्यालय से बाहर के बच्चों के लिए विशेष प्रशिक्षण के लिए समय-समय पर राशि मिली है. इसके अलावा 2015-16 एवं 2016-17 में सभी स्कूलों को बेंच-डेस्क खरीदने के लिए पैसे दिये गये हैं. चार वित्तीय वर्ष में 24 करोड़ से अधिक की राशि स्कूलों को मिली है.
इसमें स्कूलों की संख्या के हिसाब से बरही, विष्णुगढ़ एवं चौपारण प्रखंड को सबसे अधिक राशि मिली है. केरेडारी, टाटीझरिया, चलकुसा, कटकमदाग, सदर, इचाक, कटकमसांडी, बरकट्ठा, दारु, डाडी, चुरचू, एवं बड़कागांव प्रखंड को कम राशि मिली है. प्रथम दृष्टया वित्तीय अनियमितता का मामला बताते हुए सभी स्कूल प्रबंधन को 25 मार्च 2021 तक खर्च राशि की उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का अंतिम तिथि दी गयी थी. उस समय कुछ स्कूलों ने लगभग एक करोड़ की राशि लौटायी थी. तीन अगस्त 2021 तक 20 करोड़ 71 लाख की राशि लौटायी गयी है.