बरही : स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह कुछ ढील के साथ जारी है. अनलॉक-एक में खाद्य पदार्थों के दुकान सहित अन्य प्रकार के बहुत सी दुकानों को खोलने की इजाजत मिल गयी. लेकिन कपड़ा, जूता-चप्पल व गहने-जेवर की दुकानों को खोलने पर पाबंदी है. यह बात इन दुकानदारों को नागवार लग रही है. ये व्यवसायी भी चाहते हैं कि अनलॉक-दो में उन्हें भी दुकान खोलने की इजाजत मिले. दुकान में कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करने का विश्वास दिला रहे हैं.
बरही बाजार के वस्त्र विक्रेता टिंकू गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले अब नहीं आ रहे है. ऐसी स्थिति वस्त्र व रेडीमेड वस्त्र के दुकानों के खोलने पर से पाबंदी हटा देनी चाहिए. बरही बाजार में 80 से अधिक वस्त्र दुकानें हैं. जिसके बंद रहने से व्यवसायियों को नुकसान हो रहा है.
छोटे दुकानों में काम करनेवाले कर्मियों के सामने परिवार चलाने की परेशानी हो रही है. बरही बाजार के वस्त्र व्यवसायी बाल्मीकि प्रसाद, कृष्णा गुप्ता, राजेश गुप्ता, चन्दन युवराज, इबरार, शंकर वर्णवाल, अमित गुप्ता, शाहबाज, असगर, शहजाद अंसारी सहित सभी वस्त्र दुकानदारों ने इस मांग का समर्थन किया है.
जेवर के दुकानदार टुनटुन सोनी भी चाहते हैं कि बरही बाजार स्थित सोने-चांदी की सभी दुकानों को भी खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए. सुभाष सोनी, अनिल स्वर्णकार, दीपक स्वर्णकार, उमेश स्वर्णकार, भीम सोनी, रूपेश सोनी, पप्पू स्वर्णकार सहित बरही बाजार के सभी 25-30 ज्वेलर्स दुकानदार जो खुद कारीगर भी हैं, ने दुकान खोलने की इजाजत मांग रहे हैं. इनका कहना है कि लंबे समय तक दुकान बंद रहने से व्यावसायिक घाटा हो ही रहा है, रोटी-रोजी पर भी आफत आ गयी है.