Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग जिले के केरेडारी बड़कागांव सीमांत क्षेत्र के इतीज में 13 जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान ईंट भट्ठा में काम कर सो रहे मजदूरों की झोपड़ी पर हमला करने से तीन लोगों की मौत हो गयी, जबिक तीन लोग घायल हैं. अस्पताल में इनका इलाज कराया जा रहा है. केरेडारी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया है.
हाथियों के झुंड ने इतीज ठाकुर मोहल्ले में ईंट भट्ठा में काम कर सो रहे मजदूरों की झोपड़ी पर हमला कर दिया. झोपड़ी उजड़ते ही मजदूर भागने लगे. भागने के दौरान हाथियों ने रोहणी देवी (40 वर्ष), पुत्र मुकेश कुमार (12 वर्ष), पुत्री सुंदरी कुमारी (10 वर्ष), पिता रामवृक्ष राम सिंह (45 वर्ष) समेत दो अन्य बच्चे को अपनी चपेट में ले लिया. हाथियों के कुचलने से रोहणी देवी, पुत्र मुकेश कुमार, पुत्री सुंदरी कुमारी की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि रामबृक्ष राम सिंह व दो अन्य बच्चे बुरी तरह से घायल हैं. इनका प्राथमिक उपचार केरेडारी सीएचसी में किया गया. घायलों को बेहतर इलाज के लिए सीएचसी प्रभारी डॉ कुमार संजीव ने हजारीबाग रेफर कर दिया. घटना रविवार मध्य रात्रि की है. घटनास्थल इतीज ठाकुर मोहल्ला केरेडारी प्रखंड मुख्यालय से 24 किलोमीटर दूर है. हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में भय का माहौल है.
घटना की सूचना मिलते ही बड़कागांव वन क्षेत्र पदाधिकारी छोटेलाल साहा, केरेडारी अंचलाधिकारी राकेश तिवारी, केरेडारी पुलिस बल के साथ इतीज गांव पहुंचे. केरेडारी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया. अंचलाधिकारी राकेश तिवारी की पहल पर मृत्तक के परिजनों को 50 किलो चावल दिया गया. बड़कागांव वन क्षेत्र पदाधिकारी छोटेलाल साहा के द्वारा गांव में बैठक कर मृतकों के परिवार को 25-25 हजार रुपये का सहयोग किया गया, वहीं घायलों के इलाज के लिए दस-दस हजार रुपये दिये गये. उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजन को 4-4 लाख रुपये मुआवजा दिया जायेगा. श्री साहा ने कहा कि हाथी काफी उग्र हैं. लोग इनसे दूरी बना कर रहें. शाम होते ही अपने अपने घरों में रहें. हाथियों के द्वारा फसलों के नुकसान का मुआवजा दिया जायेगा. हाथियों को भागने का काम किया जा रहा है. इसके लिए बंगाल से एक्सपर्ट को बुलाया जा रहा है.
हादसे में घायल रामबृक्ष राम सिंह ने कहा कि ईंट भट्ठा में ईंट बनाने का काम करते हैं. रमन गंझू के भट्ठा में ईंट बना रहे थे. यहां 8-10 मजदूर काम करते हैं, जो झोपड़ी बना कर रहते हैं. सभी लोग रविवार शाम में काम कर सो रहे थे. सोने के दौरान मध्य रात्रि में हाथी भट्ठा पर आ पहुंचे और मजदूरों की झोपड़ी को तोड़ने लगे. झोपड़ी गिरते ही सभी भाग गए. भागने के दौरान पत्नी व दो बच्चों को हाथियों ने कुचल कर मार डाला. वे और दो अन्य बच्चे हाथियों के झुंड से भाग कर जान बचा पाये. हाथियों का झुंड केरेडारी के मनातू व लाजीदाग होते हुए कंडबेर के इतीज जंगल पहुंचे थे. इतीज जंगल से घटनास्थल 500 मीटर दूर पर है. आपको बता दें कि इस साल के शुरुआती महीने में (11 जनवरी 2021) पताल पंचायत की हुदूर बस्ती में हाथियों ने जगला मुंडा (50 वर्ष) पिता करम मुंड़ा को कुचल कर मार दिया था. जगला मुंडा घर का अकेला कमाऊ सदस्य था. जगला मुंडा की पत्नी को 4 लाख रुपये मुआवजा दिया गया था.
रिपोर्ट: अरुण कुमार