Jharkhand News, हजारीबाग न्यूज (आरिफ) : झारखंड के हजारीबाग जिले में खेल शिक्षक की कमी है. सभी कोटि के लगभग 200 सरकारी उवि में मात्र 46 खेल शिक्षक कार्यरत हैं. इसके अलावा सभी 10 कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय एवं उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल स्तर पर एक मात्र इंदिरा गांधी आवासीय स्कूल में भी खेल शिक्षक का अभाव है. राज्य सरकार ने उवि कक्षा नौ से 10वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को खेलकूद में प्रतिभावान बनाने का निर्णय लिया है. इधर, सवाल ये है कि शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थी खेल में कैसे आगे बढ़ेंगे.
हजारीबाग जिले में 46 खेल शिक्षकों की बहाली 2019 में हुई थी. 72 आवेदनों में 54 शिक्षक बहाल हुये. इसमें आठ खेल शिक्षक में कई ने नौकरी ज्वाइन नहीं की. वहीं कई शिक्षक दूसरी नौकरी में चले गये हैं. इससे पहले 1984 में खेल शिक्षक की बहाली हुई थी. इसमें लगभग शिक्षक की सेवा समाप्त हो चुकी है. नगर पालिका क्षेत्र के स्कूलों में खेल शिक्षक नहीं हैं. सदर प्रखंड में दो, कटकमसांडी चार, कटकमदाग एक, बड़कागांव तीन, केरेडारी एक, डाडी तीन, चुरचू दो, बरकट्ठा तीन, चलकुसा चार, बरही तीन, चौपारण तीन, पदमा चार, इचाक चार, विष्णुगढ़ तीन, टाटीझरिया तीन एवं दारू प्रखंड में तीन मिलाकर 46 खेल शिक्षक कार्यरत हैं.
झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रातू, रांची से हजारीबाग के 46 खेल शिक्षक प्रशिक्षण लेकर लौटे हैं. झारखंड राज्य परियोजना कार्यालय ने एक से तीन अक्टूबर तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण इन्हें दिया है. राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक एवं कई खिलाड़ियों से खेल शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया है. शिक्षकों को हर प्रकार के खेलों का प्रशिक्षण मिला है. सभी को सत्र 2021-22 खेल सिलेबस की तैयारी की जानकारी दी गई है.
प्रशिक्षण लेकर लौटे शिक्षक सुनील कुमार यादव एवं मोहन रविदास ने बताया कि विद्यार्थियों को खेलों के प्रति प्रेरित करना पहली प्राथमिकता होगी. उनकी रूचि अनुसार खेलों के प्रति उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा. खेलों के प्रति विद्यार्थियों को आगे बढ़ाया जायेगा. राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले खेल प्रतिस्पर्धाओं में हजारीबाग के विद्यार्थीयों को अधिक से अधिक भाग लेने लायक तैयार किया जायेगा.
झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय हजारीबाग की एडीपीओ सुनीला लकड़ा ने बताया कि सीमित संसाधन के बावजूद जिला स्तर पर विद्यार्थियों को खेलों को लेकर प्रेरित किया गया है. उन्हें राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.
Posted By : Guru Swarup Mishra