Jharkhand News, हजारीबाग न्यूज (आरिफ) : झारखंड शिक्षा परियोजना के तहत संचालित 10 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के दर्जनों शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मियों को छह महीने से मानदेय नहीं मिला है. दशहरा एवं दीपावली में इन्हें मानदेय नहीं मिला है. सभी को महापर्व छठ मनाने की चिंता सता रही है. कई शिक्षक संगठनों ने प्रभारी डीईओ से त्योहार को देखते हुए अविलंब मानदेय भुगतान कराने की मांग की है.
झारखंड शिक्षा परियोजना को सालाना 100 करोड़ से अधिक का बजट मिलता है. इसके बाद भी समय पर मानदेय नहीं मिलने से कर्मियों ने चिंता जाहिर की है. इचाक एवं चरही कस्तूरबा स्कूल कर्मियों का मानदेय जून 2021 से नवंबर तक नहीं मिला है. एक कर्मी ने बताया है कि चुरचू कस्तूरबा स्कूल में कार्य कर रहे कर्मियों को चालू वित्त वर्ष में मात्र 32 दिनों का मानदेय अब तक मिला है. चरही कस्तूरबा में चार पूर्णकालिक शिक्षिकाएं, दो कर्मी, 11 घंटी आधारित शिक्षक-शिक्षिकाएं, दो अंशकालिक सफाई कर्मी एवं रात्रि प्रहरी मिलाकर 19 लोग कार्यरत हैं.
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इचाक कस्तूरबा स्कूल में दो पूर्णकालिक शिक्षिका, तीन शिक्षकेतर कर्मी, सात घंटी आधारित शिक्षक-शिक्षिकाएं, एक अंशकालिक रसोईया को मिलाकर कुल 13 लोग कार्यरत हैं. सभी का मानदेय बकाया है. पैसे के अभाव में त्योहार मनाना तो दूर, घर-परिवार चलाना भी कठिन हो गया है. परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति है. दुकानदार ने राशन देना बंद कर दिया है. कुछ कर्मियों ने बताया कि स्कूल, कॉलेज में पढ़ रहे बच्चों को फीस देने के लिए पैसे नहीं हैं.
झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय की सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अंजुला कुमारी ने बताया कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण चरही एवं इचाक सहित अन्य कस्तूरबा स्कूलों के कुछ कर्मियों का मानदेय भुगतान में विलंब हुआ है. इसे ठीक किया जा रहा है. शीघ्र ही सभी का मानदेय भुगतान उनके संबंधित बैंक खाता में किया जायेगा.
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प्रभारी डीईओ एवं डीपीओ मिथिलेश कुमार सिन्हा ने कहा कि कस्तूरबाकर्मियों को समय पर मानदेय भुगतान करने को लेकर परियोजना कार्यालय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra