Jharkhand News (बड़कागांव, हजारीबाग) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड में एक बार फिर हाथियों ने उत्पात मचाया है. जहां किसानों को लॉकडाउन, ताऊते तूफान, गुलाब तूफान और भारी बारिश ने कमर तोड़ी है, वहीं दूसरी ओर हाथियों के द्वारा बड़कागांव प्रखंड के नापोखुर्द पंचायत के मुरलीपहाड़ के आसपास के दर्जनों एकड़ में लगे धान, मिर्च, गोभी और टमाटर के फसल को रौंद डाला. जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है और अब दुर्गापूजा कैसे मनेगी, इसकी चिंता सताने लगी है.
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें, तो छोटे- बड़े हाथी मिलाकर 13 की संख्या में थे. अंधेरवा पहाड़ में हाथियों द्वारा उत्पात मचाने से नापोखुर्द पंचायत के ग्रामीण काफी दहशत में हैं. आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि हम सभी रात को डर-डर कर अपने घरों में रह रहे हैं.
हाथियों ने मुखिया सोनी देवी के अलावा लीला देवी, प्रमोद साव, सोना साव, सुबोध साव, ललिता देवी, महेंद्र कुमार साव, मुकुटधारी साव,लखन साव और अनिल साव के खेतों में लगे धान की फसल को बुरी तरह से बर्बाद कर दिया है. वहीं, कर्ज लेकर 2 एकड़ जमीन में टमाटर की खेती कर रहे दिलीप साव के टमाटर की फसल को भी हाथियों ने नष्ट कर दिया गया है. इससे किसान दिलीप साव के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गयी है.
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इस संबंध में पीड़ित किसान दिलीप साव ने कहा है हम किसानों को पहले कोरोना, फिर चक्रवाती तूफान व बारिश से काफी नुकसान पहुंचा ही, वहीं अब हाथियों ने रहा-सहा कसर भी पूरा कर दिया. हाथियों द्वारा खड़ी फसल को बर्बाद कर देने क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गयी है.
वहीं, मुखिया सोनी देवी सहित अन्य किसानों ने कहा कि धान हमलोगों का प्रमुख फसल है. यही धान से हमलोग साल भर खाते हैं. हाथियों द्वारा धान की फसल को बर्बाद कर देने से खाने की चिंता सताने लगी है. धान के पुआल से मवेशियों का भी पेट भरता था. वहीं, पंचायत समिति सदस्य जगत नंदन प्रसाद गुप्ता ने किसानों के लिए मुआवजा की मांग की है.
Posted By : Samir Ranjan.