Jharkhand News, Hazaribagh News, हजारीबाग न्यूज : झारखंड के हजारीबाग सदर प्रखंड में हुए केरोसिन विस्फोट में मरनेवालों की संख्या चार हो गयी है. अमनारी गांव निवासी सबिता देवी (35) की मौत शनिवार की रात को रांची के रिम्स में हो गयी थी, जबकि उसके बेटे 11 वर्षीय आयुष शर्मा ने रविवार सुबह राजधानी रांची के देवकमल अस्पताल में दम तोड़ दिया. इससे पहले केरोसिन में हुए विस्फोट से सरौनी कला के पारडीह गांव की दो वर्षीय सुषमा कुमारी और 65 वर्षीया देवंती देवी की मौत हो चुकी है.
हजारीबाग सदर प्रखंड में 12 फरवरी को केरोसिन विस्फोट की पहली घटना हुई थी. तब से लेकर अब तक आठ दिनों में चार लोगों की झुलसने से मौत हो चुकी है, जबकि 15 झुलसे लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद भी पिछले आठ दिनों से जिला प्रशासन लापरवाह बना रहा. केरोसिन में मिलावट होने की पुष्टि हो जाने के बाद भी बांटे गये केरोसिन को वापस लाने की पहल नहीं हुई. इसका नतीजा यह हुआ कि शनिवार को भी विस्फोट की घटना हुई, जिसमें मां और दो बच्चे झुलस गये. आठ दिन बाद रविवार से जिला प्रशासन ने बांटे गये केरोसिन को वापस लेने के लिए सर्च अभियान शुरू किया. Â
गौरतलब है कि 15 फरवरी की शाम जलते लैंप में केरोसिन डालने के दौरान हुए विस्फोट से परिवार के तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गये थे. इसमें सबिता देवी, उनका पुत्र आयुष और पवन शामिल थे. सभी को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था. इसी बीच शनिवार रात सबिता देवी की मौत हो गयी. रविवार सुबह आयुष की स्थिति नाजुक हो गयी. इसके बाद उसे देवकमल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. दूसरे पुत्र पवन का इलाज रिम्स में चल रहा है. गांव के लोग और परिजन रविवार को सबिता के शव के गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच दोपहर में आयुष की मौत की खबर मिली, जिससे पूरा गांव सदमे में हैं.
केरोसिन विस्फोट की घटना को देखते हुए हजारीबाग जिला प्रशासन ने रविवार को सदर प्रखंड की 38 पीडीएस दुकान के कार्डधारियों के घरों से केरोसिन जब्त किया. एमओ, रोजगार सेवक, जनसेवक और डीलर की चार सदस्यीय टीम को इसका जिम्मा दिया गया है. टेंपो और अन्य वाहनों में लाउडस्पीकर से गांव-गांव में केरोसिन इस्तेमाल नहीं करने की अपील की जा रही है. जिला प्रशासन ने आइओसीएल के कौशिक चटर्जी और चंचल किसलय प्रसाद को दोबारा सैंपलों की जांच का निर्देश दिया है. झारखंड सरकार के विधि विज्ञान प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में और ज्यादा जानकारी मिल सकेगी.
विस्फोट में अब तक इन लोगों की गयी जान
सुषमा कुमारी (दो वर्ष, पिता-केदार राम), निवासी सरौनी कला पारडीह गांव
देवंती देवी (70 वर्ष, पति-जगदेव सिंह), निवासी सरौनी कला पारडीह गांव
सबिता देवी (35 वर्ष, पति-बसंत ठाकुर), निवासी अमनारी गांव
आयुष शर्मा (11 वर्ष, पिता-बसंत ठाकुर), निवासी अमनारी गांव
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हजारीबाग में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पहली बार हुई है. सरकार इस मामले में पूरी तरह सजग है. सभी जिलों में इसकी जांच करायी जा रही है. पीडीएस के जरिये बंटनेवाले केरोसिन की गुणवत्ता की जांच की कोई व्यवस्था अब तक राज्य में नहीं है. लेकिन, जल्द ही ऐसी जांच व्यवस्था विकसित करने पर विचार किया जा रहा है.
हजारीबाग के उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कहा कि कार्डधारियों के घर से जब्त केरोसिन को दोबारा जांच के लिए आइओसीएल को भेजा गया है. लोग बचे केरोसिन का उपयोग न करें, इसके लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. हजारीबाग में हुए केरोसिन विस्फोट में चार लोगों की मौत होने तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By : Guru Swarup Mishra