Jharkhand News, tractor rally in hazaribagh, हजारीबाग न्यूज (सलाउद्दीन) : झारखंड के हजारीबाग जिले के मटवारी स्थित गांधी मैदान में आज शनिवार को कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली सह किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. ट्रैक्टर व बैलगाड़ी पर सवार होकर किसान और कार्यकर्ताओं का सभा स्थल पर स्वागत किया गया. किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय दोगुना करने का वादा क्या डीजल का दाम बढ़ाकर करना चाहते हैं. किसानों का ट्रैक्टर व पंप सेट डीजल से चलता है. महंगाई बढ़ने से किसान सबसे से अधिक परेशान हो रहे हैं.
आरपीएन सिंह ने कहा कि किसानों का दर्द केंद्र सरकार को समझ में नहीं आता है. भाजपा नेताओं को शो-रूम और खेत में काम करनेवाले ट्रैक्टर का पता नहीं है. उद्योगपतियों से संपर्क रहने के कारण सभी ट्रैक्टर शो-रूम के लगते हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार ने 77 हजार करोड़ रूपया किसानों का ऋण माफ किया था. एमएसपी खत्म नहीं करने की बात प्रधानमंत्री करते हैं तो इस पर कानून क्यों नहीं बनाते हैं. भाजपा हमेशा किसानों को कमजोर करने का काम किया है. यह लड़ाई कांग्रेस-भाजपा की नहीं, बल्कि किसानों की है. भाजपा की केंद्र सरकार तीन काले कानून को जब तक वापस नहीं लेती है, कांग्रेस किसानों के आंदोलन में साथ रहेगा. दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों की आवाज भाजपा को सुनायी नहीं देती है. कांग्रेस पार्टी पूरे देश में किसानों की आवाज को बुलंद करेगी.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि हिंदुस्तान में कृषि व्यवसाय नहीं, संस्कृति रही है. भाजपा देश की संस्कृति को नष्ट करना चाहती है. आजादी से पहले और बाद में भी किसानों के साथ कांग्रेस रही है. 2014 में भाजपा ने केंद्र में आते ही किसानों के पक्ष के कानूनों को कमजोर करना शुरू कर दिया है. दिल्ली में बैठे किसानों के दर्द को झारखंड के किसान समझ रहे हैं. किसानों के पक्ष में आंदोलन जारी रहेगा.
कांग्रेस के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि कृषि कानून में अनाज के भंडारण का समय निर्धारत नहीं है. इससे किसानों में व आम जनता में भय का माहौल है कि बड़े उद्योगपति भंडारण कर महंगाई को बढ़ा देंगे. 90 दिन से किसान सड़कों पर बैठे हुए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मन की बात में किसानों के दर्द का बयान नहीं कर रहे हैं.
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि झारखंड के किसान आंदोलन की आवाज दिल्ली तक पहुंचेगी. नये भारत का निर्माण जुमला से नहीं होगा. तीनों काला कानून वापस जब तक नहीं होगा, तब तक झारखंड की धरती पर किसानों के समर्थन में कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा.
जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि किसानों को कुचलने का काम जिसने भी किया है, वह सरकार बर्बाद हो गयी है. राहुल गांधी ने किसान बिल के विरोध में जो आंदोलन छेड़ा है, वह पूरे देश में फैल गया है. बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में किसानों के ऋण माफ नहीं किये जा रहे हैं, जबकि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार ने किसानों का ऋण माफ किया है.
विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने रेलवे, एलआइसी, बीएसएनएल, हवाई अड्डा को बेचने की तैयारी कर ली है. दिल्ली में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने के बजाय लाठी चार्ज किया जा रहा है. रामगढ़ विधायक ममता देवी ने कहा कि भाजपा ने सिर्फ घोषणा की. झारखंड की सरकार ने कोरोना काल में फंसे लोगों को हवाई जहाज से लाने का काम किया. जिद और अहंकार से देश नहीं चलता है. किसानों की मांगों को पूरा करना चाहिए.
विधायक अनूप सिंह ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार झारखंड की किसान रैली से किसानों के आक्रोस को समझ जायेगी. झारखंड की जनता अब जाग गयी है. विधायक पूर्णिमा सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीयकरण को बढ़ावा दिया, लेकिन केंद्र की सरकार निजीकरण को महत्व दे रही है.
एआइसीसी सचिव प्रणव झा ने कहा कि किसान आंदोनकारियों को आतंकवादी, नक्सलवादी कहना अन्नदाताओं का अपमान करना है. किसान सम्मेलन को एआइसीसी पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व विधायक केएन त्रिपाठी, जयशंकर पाठक समेत जिला अध्यक्ष,पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया.
Posted By : Guru Swarup Mishra