रामशरण शर्मा, इचाक : छह दोस्तों की मौत के बाद जीवित बचा छात्र शानू कुमार सदमें में है. घटना स्थल से इचाक ओपी प्रभारी धनंजय सिंह उसे अपने साथ घटना की जानकारी लेने के लिए थाना ले गये. प्रभात खबर संवाददाता से शानू कुमार ने पूरी घटना की जानकारी साझा की. उसने बताया कि वह (पिता शंभू साव), कुद रेवाली, हजारीबाग का रहने वाला है. माउंट एगमाउंट स्कूल, हजारीबाग में 12 वीं विज्ञान का छात्र है. सभी दोस्त 12 वीं विज्ञान के छात्र थे. शानू ने बताया कि सभी दोस्तों ने 14 अक्तूबर को ही विद्यालय में सलपर्णी जंगल और लोटवा डैम घूमने की योजना बनायी थी. सोमवार को भी स्कूल में इस योजना के बारे में चर्चा हुई. मंगलवार को स्कूल नहीं जाने की योजना तय की गयी.
तय कार्यक्रम के मुताबिक, सभी लोग करीब आठ बजे सुबह डिस्ट्रिक मोड़, हजारीबाग में जुटे. यहां से सातों लड़के तीन मोटरसाइकिल से लोटवा डैम के लिए निकले. करीब 9.30 बजे डैम पहुंचे. डैम के किनारे बाइक रखी गयी. सभी ने आपस में बैठकर नाश्ता किया. स्कूल ड्रेस खोल कर डैम में नहाने लगे. शानू ने बताया कि वह किनारे पर ही खड़ा था. दोस्तों ने हमें भी बुलाया. हम भी पानी में गये, लेकिन तैरने की जानकारी नहीं होने के कारण हम किनारे पर ही खड़े रहे. इसी बीच, प्रवीण गोप और सुमित कुमार गहरे पानी में डूबने लगे.
दोनों को डूबते देख चार दोस्त रजनीश पांडेय, मयंक सिंह, ईशान सिंह एवं शिवसागर उन दोनों को बचाने के लिए आगे बढ़े, पर गहरा पानी में सभी डूबने लगे. इसके बाद हमने शिवसागर का हाथ पकड़ कर बचाने की कोशिश की, लेकिन सभी गहरे पानी में डूब गये. इसके बाद हमने चिल्लाना शुरू किया. दौड़ते हुए करीब आधा किमी दूर एनएच 33 पथ पर गये. वहां लोगों को घटना के बारे में जानकारी दी. दोस्तों के डूबने से हम निराश हो गये. कुछ देर बाद पुलिस पहुंची.