हजारीबाग, आरिफ : उत्तरी छोटानागपुर का प्रमंडलीय मुख्यालय जिला हजारीबाग की सभी 256 पंचायतों में स्थित सबसे अधिक विद्यार्थियों का एडमिशन हुआ. इसको देखते हुए एक सरकारी स्कूल को मॉडल स्कूल (आदर्श विद्यालय) बनाया जाएगा. राज्य परियोजना कार्यालय से अनुमति मिलने के बाद जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय ने तैयारी शुरू की है. मॉडल बनाने के लिए स्कूल का रंग-रोगन होगा. वहीं, आवश्यक सभी सुविधाओं का निर्माण और सामग्री की उपलब्धता की जायेगी. एक स्कूल को मॉडल बनाने में कम से कम 30 लाख और अधिक से अधिक 60 लाख रुपये खर्च होंगे. मॉडल स्कूल बनाने के लिए एक पंचायत में सबसे अधिक विद्यार्थी नामांकित वाले एक स्कूल का चयन हुआ है. इसमें प्राथमिक, मध्य विद्यालय एवं उच्च विद्यालय को शामिल किया गया है.
डीपीआर तैयार
हजारीबाग जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय ने 256 मॉडल स्कूल का डीपीआर तैयार किया है. इसे राज्य परियोजना कार्यालय भेजा गया है. सहायक अभियंता नरेंद्र कुमार, जूनियर इंजीनियर लखेंद्र कुमार, कोलेश्वर कुमार एवं रंजीत प्रसाद ने डीपीआर तैयार करने में सहयोग किया है.
ये काम होंगे
मॉडल स्कूल का रूप देने के लिए इसका रंग-रोगन होगा. विद्यार्थियों के अनुसार, क्लास रूम बनेगा. चारदीवारी बनेगी. जहां चारदीवारी टूटी है उसकी मरम्मति होगी. खेल, कंप्यूटर, लैब समेत अन्य पठन-पाठन की सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएगा. दृष्टिबाधित, अल्पदृष्टि बाधित एवं विकलांग विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए स्कूल में आवश्यक कार्य होंगे. शौचालय एवं पीने की पानी की व्यवस्था को बेहतर बनाना जायेगा.
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जिला स्तर पर चार मॉडल स्कूल बने
बता दें कि उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय मुख्यालय जिला हजारीबाग में जिला स्तर पर चार मॉडल स्कूल बने हैं. प्रखंड स्तर पर सभी 16 प्रखंड में एक-एक मॉडल स्कूल पहले बनाया गया है.
हर पंचायत में एक मॉडल स्कूल बनेगा : डीईओ
डीईओ उपेंद्र नारायण ने बताया कि सरकार ने एक पंचायत में एक स्कूल को मॉडल स्कूल बनाने का निर्णय लिया है. हजारीबाग जिले के सभी 16 प्रखंडों में कुल 256 पंचायत हैं. सभी 256 पंचायतों में स्थित एक-एक स्कूल को मॉडल स्कूल चुना गया है. इसमें सबसे अधिक अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूल का चुनाव किया गया है. इसका डीपीआर तैयार कर राज्य परियोजना कार्यालय को भेजा गया है.