हजारीबाग, आरिफ : उत्तरी छोटानागपुर का प्रमंडलीय मुख्यालय जिला हजारीबाग के सभी सरकारी स्कूलों में निपुण भारत मिशन, झारखंड (Skilled India Mission) कार्यक्रम चलेगा. अध्यनरत तीन से नौ वर्ष के विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. वहीं, कक्षा पांच के विद्यार्थियों को शिक्षक मातृभाषा आधारित पढ़ाई पर जोर देंगे. कार्यक्रम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बढ़ावा मिलेगा. शिक्षा के ढांचे में परिवर्तन होंगे.
जिले के 1500 स्कूलों में निपुण भारत मिशन झारखंड कार्यक्रम चलेगा
जिले के सभी 16 प्रखंडों में स्थित लगभग 1500 स्कूल में निपुण भारत मिशन झारखंड कार्यक्रम चलेगा. इसके सफल संचालन को लेकर गुरुवार को हजारीबाग के जिला स्कूल सभागार में अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया. एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला में सभी प्रखंड शिक्षा प्रसाद पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, बीपीएम, बीआरपी, मास्टर ट्रेनर सहित झारखंड शिक्षा परियोजना कर्मी मौजूद थे. डीईओ उपेंद्र नारायण ने सभी को निपुण भारत मिशन झारखंड की जानकारी कार्यक्रम की जानकारी दी है.
निपुण भारत मिशन झारखंड का लक्ष्य
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से निपुण भारत मिशन झारखंड कार्यक्रम संचालित है. शिक्षक विद्यार्थियों के बीच शिक्षण सामग्री को सरलता पूर्वक प्रस्तुत करेंगे. इससे विद्यार्थी आसानी से बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के प्रति पर्याप्त रूप से सशक्त बनेंगे. हर विद्यार्थी को कक्षा तीन से चार में प्रवेश करते समय पढ़ने-लिखने एवं बुनियादी संख्या ज्ञान को प्राप्त करना है. वहीं, तीन से नौ आयु वर्ग के बच्चों को सीखने की जरूरत को शिक्षक समय पर पूरा करेंगे. बच्चों को चीजें सीखने में आनंद और आकर्षक प्रक्रिया को पूरा करने में शिक्षक मदद करेंगे.
कार्यक्रम का उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य प्री स्कूल अवस्था से कक्षा एक के बीच के बदलाव की प्रक्रिया को सशक्त बनाना है. शिक्षा को खुद समझना, एक-दूसरे के साथ काम करना, अपने भावनाओं को समझना, अभिव्यक्ति, रचनात्मकता संबंधी विकास एवं शारीरिक विकास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है.