Jharkhand News (हजारीबाग) : धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद का अंतिम संस्कार हजारीबाग मुक्तिधाम में हुआ. पिता सदानंद प्रसाद और पुत्र कुशान आनंद ने मुखाग्नि दी. उत्तम आनंद व उसके पुत्र-पुत्री के गुरु संत जेवियर स्कूल, बोकारो के प्राचार्य फादर पीजे जेम्स, परिवार के सदस्य आइएएस अधिकारी कृष्ण कुणाल, सुजीत सिन्हा समेत शहर के गणमान्य लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए. 75 वर्षीय पिता सदानंद प्रसाद अपने कंधों पर पुत्र का अर्थी जब लिए हुए थे, तो उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गयी थीं. पुत्र और पुत्री पिता के अर्थी को देख विलख-विलख कर रो रहे थे.
मार्निंग वाक पर जॉगिंग कर रहे धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद (52 वर्ष) की रणधीर वर्मा चौक के पास 28 जुलाई की सुबह 5: 08 बजे एक ऑटो के धक्के से मौत हो गयी. धनबाद मेडिकल कॉलेज में शव को पोस्टमार्टम होने के बाद रात 10.30 बजे पैतृक आवास हजारीबाग के शिवपुरी मोहल्ला पहुंचा. बेटे का शव के पहुंचते ही पिता अधिवक्ता सदानंद प्रसाद, माता सरिता प्रसाद, भाई सुमन आनंद समेत परिवार के सदस्य सदमे में आ गये. रोते-बिलखते परिवार के सदस्यों के बीच जज उत्तम आनंद का शव शीशे के ताबूत में था. जिसे घर के बरामदे में रखा गया. दूसरे दिन सुबह गुरुवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश, हजारीबाग अरूण कुमार राय, अन्य न्यायिक पदाधिकारी और गणमान्य लोगों ने अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी.
हजारीबाग के शिवपुरी स्थित आवास से गुरुवार की सुबह 9.43 बजे घर से उनकी शवयात्रा निकाली गयी. शव का मुक्तिधाम खिरगांव श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. मुखाग्नि पिता सदानंद प्रसाद और 10 वर्षीय पुत्र कुशान आनंद ने संयुक्त रूप से दी. उत्तम आनंद के छोट भाई सुमन आनंद, साला आइएएस अधिकारी कृष्ण कुणाल, आइएएस सुजीत सिन्हा, रिश्तेदार मनीष वर्मा, विकास सिन्हा, पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, उत्तम के दोस्त जयशंकर पाठक, राजेश ठाकुर, इंद्रपाल, जोसेफ शॉ, जयप्रकाश, तरूण नायक, संजीव सहाय, शहर के डॉ नवेंदुशंकर, मिथिलेश दुबे, प्रभात कुमार पम्मू, डीएसपी महेश प्रजापति, इंस्पेक्टर ललित, सीओ राजेश कुमार समेत काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे.
उत्तम आनंद ने हजारीबाग के संत जेवियर स्कूल से 10वीं की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद 12वीं रांची के गुरुनानक स्कूल से की थी. वहीं, ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से पूरी की थी. वर्ष 2002 में झारखंड न्यायिक सेवा की परीक्षा पास कर न्यायिक दंडाधिकारी बने थे. उत्तम आनंद ने बोकारो, चतरा, जमशेदपुर, गुमला, रांची, डाल्टेनगंज, तेनुघाट के बाद धनबाद कोर्ट में न्यायाधीश के पद पर कार्य किया.
जज उत्तम आनंद के पिता अधिवक्ता सदानंद प्रसाद हजारीबाग के शिवपुरी मोहल्ले में रहते हैं. उत्तम आनंद के दो भाई और दो बहन हैं. छोटे भाई सुमन आनंद भी अधिवक्ता है. बहन ज्योति आनंद रांची में और एक बहन दीप्ति आनंद है. उत्तम के दोनों बहनोई भी अधिवक्ता हैं. उत्तम आनंद की पत्नी कीर्ति सिन्हा भी लॉ की पढ़ाई पूरी की है. कीर्ति सिन्हा हजारीबाग बार एसोसिएशन की सदस्य भी है.
Posted By : Samir Ranjan.