World Disability Day 2020 : बड़कागांव (संजय सागर) : हर साल 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगता दिवस मनाया जाता है. इस साल में 3 दिसंबर (गुरुवार) को विश्व दिव्यांगता दिवस मनाया जायेगा. इस दिन विश्व के दिव्यांगों के कल्याण संबंधी बातों पर चर्चा होती है और उसे लागू करने पर जोर दिया जाता है. लेकिन, इसके ठीक उलट झारखंड के हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के कई दिव्यांग आज भी अपनी जरूरतों के लिए परेशान हो रहे हैं. कई दिव्यांगों का पेंशन तक रुका हुआ है.
इधर, देश के दिव्यांगों को प्रोत्साहित और विकास के रास्ते पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा भी कई योजनाएं चलायी जा रही है. वहीं, झारखंड सरकार द्वारा भी अनेक योजनाएं चलायी जा रही है, लेकिन विडंबना देखिए कि बड़कागांव प्रखंड में कुल 1670 दिव्यांगों में से 1100 दिव्यांगों को ही पेंशन मिलना शुरू हुआ है. बाकी बचे दिव्यांगों का पेंशन तकनीकी कारणों से रूका पड़ा है. नतीजतन ये दिव्यांग बैंक समेत प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो गये हैं. बड़कागांव क्षेत्र में कई ऐसे दिव्यांग हैं, जिन्हें प्रमाण पत्र भी नहीं मिला है. इनमें से 65 वर्षीय कर्मी देवी, चेतलाल प्रजापति की पुत्री, तिलक राम की 16 वर्षीय पुत्री, सुरेंद्र भुईंया का 10 वर्षीय पुत्र का दिव्यांगता प्रमाण पत्र अब तक नहीं मिला है.
मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र आमसभा में वर्ष 1981 को विकलांग व्यक्तियों का अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया है. इसके बाद से ही उन्हें सम्मान, अधिकार एवं बेहतर जीवन के लिए समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से हर 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस मनाया जाता है.
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बड़कागांव के अंबेडकर मोहल्ला निवासी कालेश्वर राम का बड़ा पुत्र उपेंद्र राम (उम्र 30 वर्ष) का 2 वर्षों से पेंशन रुका हुआ है. फिलहाल बीमार है और पैसे की कमी के कारण उचित तरीके से इलाज नहीं हो पा रहा है.
बड़कागांव मध्य पंचायत स्थित कुम्हार मोहल्ला निवासी दिव्यांग अजय प्रजापति के परिवार में पत्नी और 3 बच्चे हैं. अजय बेरोजगार हैं. इन्हें एक वर्ष से पेंशन नहीं मिला है. इसके कारण उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गयी है. यह जब बैंक जाते हैं, तो इन्हें ब्लॉक भेज दिया जाता है और जब ब्लॉक जाते हैं, तो उन्हें दिव्यांगों का पेंशन बैंक में भेज देने की बातें कही जाती है.
आशा देवी बड़कागांव मध्य पंचायत के भुईयां टोली की रहने वाली हैं. इनके 5 बच्चे हैं. इन्हें एक वर्ष से पेंशन नहीं मिला है. रोजगार भी नहीं होने के कारण उनके समक्ष आर्थिक संकट है. इसी तरह मंजू कुमारी पिता स्वर्गीय टीरा राम, संतोष राम का एक वर्ष से और अाकाश कुमार राम का 2 महीने से पेंशन नहीं मिला.
इधर, बाल विकास केंद्र के सुपरवाइजर पूजा राय का कहना है कि अब क्षेत्र के दिव्यांगों को बाल विकास केंद्र के माध्यम से ही पेंशन के लिए काम की जाती है. बड़कागांव के 1100 दिव्यांगों को पेंशन दिया जा चुका है. इसके अलावा शेष बचे दिव्यांगों के कागजात अपडेट नहीं होने के कारण पेंशन रुका है. इनकी समस्या का भी जल्द समाधान हो जायेगा.
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Posted By : Samir Ranjan.