Health News, Diabetes, 10 Foods Diabetics Should Avoid, food not to eat in diabetes : ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) एक अंतर्राष्ट्रीय वैल्यू है जिसे किसी खाद्य पदार्थ के सेवन के बाद ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar) में बढ़ोत्तरी होने पर मापा जाता है. आमतौर पर एक आम इंसान का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 50 से कम होना चाहिए. इसके लिए वैसे आहार को लेने को कहा जाता है जो आपके ग्लाइसेमिक इंडेक्स को मेंटेन रखे. आइये जानते हैं 10 फूड्स के बारे में जो आपको बना सकता है डायबिटीज (Diabetes) रोगी….
यदि आपको लगता है कि आप आईक्रीम, कॉफ़ी समेत अन्य चीनी से संबंधित फूड्स या ड्रिंक्स को बंद कर दिए हैं. तो आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित हो जायेगा तो ये आपकी गलतफहमी है. क्योंकि, आईसक्रीम में केवल 41 ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है. स्वास्थ्य मधुमेह से जुड़ी हर Hindi News अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ. जबकि, तरबूज में 72 तो सफेद चावल में 89 होता है. ऐसे में आइये जानते हैं
सफेद चावल : सफेद चावल में 89 ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI value) होता है जो ब्लड में चीनी की मात्रा को काफी हद तक बढ़ा सकता है. यही कारण है कि सफेद चावल को नजरअंदाज करने की सलाह दी जाती है. इससे बने खाद्य पदार्थ जैसे- फ्राइड राइस, बिरयानी, पुलाव समेत अन्य व्यंजनों को डायबिटीज मरीज जितनी जल्दी छोड़ दें अच्छा होगा.
फ्रूट जूस या मिल्क शेक : इसके अलावा फलों के जूस को भी नहीं पीने की सलाह दी जाती है. इसके बजाय ताजे फल खाने खाना चाहिए कुछ ऐसे ही सलाह मिल्क शेक पर भी लागू होती है.
मांस का सेवन : लाल मांस वसा में उच्च होता है. वहीं, प्रसंस्कृत मांस में ज्यादा मात्रा में सोडियम पायी जाती है. जो डायबिटीज मरीजों के लिए घातक हो सकता है. ये हृदय रोग का कारण भी बन सकते हैं.
फल का सेवन : आमतौर पर फलों को स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ फल रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा भी सकते है. जो डायबिटीज मरीजों के सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. आपको बता दें कि कई फलों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स उच्च मात्रा में पायी जाती है. जिनमें ये 6 फल भी शामिल हैं.
उदाहरण के लिए: तरबूज, चीकू, अनानास, केला, आम, किशमिश
सब्जियां : केवल फल ही नहीं, कुछ सब्जियों में में ज्यादा मात्रा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिनसे मधुमेह मरीजों को परहेज करना चाहिए. इनमें शामिल हैं ये 3 सब्जियों..
उदाहरण के लिए: आलू, चुकंदर, कोंहड़ा समेत अन्य
चीनी, नमक : चीनी खाना ज्यादातर लोगों को पसंद है. लेकिन, इसमें कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, फैट और सोडियम की उच्च मात्रा होती है. जो मधुमेह की जटिलताओं को और बढ़ा सकती है. कुछ ऐसा ही होता है सफेद नमक में.
बेकरी उत्पाद : ज्यादा पके हुए फूड प्रोडक्ट, जैसे कि ब्रेड, बन्स, केक, बिस्कुट और कुकीज़ आमतौर पर सफेद आटे या मैदे से बने होते हैं. जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी हाई होता है. यही नहीं जब इन खाद्य प्रोडक्ट में चीनी और मक्खन या तेल की मात्रा मिल जाती है तो ये और जहरीले हो जाते है. मधुमेह के मरीजों में ये कैलोरी की मात्रा बढ़ा सकते है, फैट, डायबिटीज आदि बढ़ाने में भी सहायक है.
फ्राई फूड्स : फ्राइड फूड जैसे फ्राइड फिश, मीट और फ्रेंच फ्राइज समेत अन्य में उच्च मात्रा में फैट, कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं. ये शरीर में ग्लूकोज लेवल को बढ़ाता है. जो हमारे डायबिटीज से लेकर हृदय स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है.
अल्कोहल : शराब या तो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ा देता है या बिल्कुल घटा देता है. दोनों ही स्थितियों में ये खतरनाक हो सकता है. अत: मधुमेह रोगियों को शराब को छोड़ने की सख्त सलाह दी जाती है.
एक अध्ययन की मानें तो एक ग्लास बीयर पीने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ कर 3 कप आइसक्रिम के बराबर हो जाता है. बीयर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी ज्यादा होता है. इसमें 110, जबकि आइसक्रीम में 41 ग्लाइसेमिक इंडेक्स होते हैं.
फास्ट फूड : बर्गर, पिज्जा और फ्राइज़ जैसे फास्ट फूड का चलन बढ़ गया है. और सही मायनों में विदेश से अपने देश तक डायबिटीज के बढ़ने का कारण है. दरअसल, ऐसे फास्ट फूड में एक उच्च कैलोरी, उच्च वसा और उच्च कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पाई जाती है. यह हमारे ब्लड में ग्लूकोज को बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण हो सकता है.
Note : उपरोक्त जानकारियां अंग्रेजी वेबसाइट बीट डायबिटीज में छपी रिपोर्ट के आधार पर है. इसे छोड़ने या अपनाने से पहले इस मामले के जानकार डॉक्टर या डाइटीशियन से जरूर सलाह ले लें.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.