Health News : गुड़ खाएं इम्यूनिटी बढ़ाएं, इन 15 रोगों से छुटकारा पाएं, जानें किनके लिए है खतरनाक और कितनी मात्रा में करें सेवन ?
Jaggery Health Benefits, Gur Ke Fayde aur Nuksan, Detoxifying, Blood Pressure, Blood Purification, Boost Immunity, Health News : प्राकृतिक मिठास (Natural sweetener) के रूप में प्रसिद्ध गुड़ (Gur), कई मायनों में सेहत के लिए लाभदायक (Gur benefits) है. गुड़ कई महत्वपूर्ण विटामिन व पोषक तत्वों (Jaggery Nutrition Facts) से भरपूर होता है. इसमें इम्यूनिटी बढ़ाने (Boost Immunity), शरीर को गर्म रखने, संक्रामक रोगों के ईलाज से लेकर शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने व अन्य रोगों से लड़ने की क्षमता होती है. आइये जानते हैं गुड़ के कुछ हेल्थ बेनिफिट्स (15 Health benefits of Jaggery), खाने का सही समय, तरीका व किनके लिए हो सकता है खतरनाक...
Jaggery Health Benefits, Gur Ke Fayde aur Nuksan, Detoxifying, Blood Pressure, Blood Purification, Boost Immunity, Health News : प्राकृतिक मिठास (Natural sweetener) के रूप में प्रसिद्ध गुड़ (Gur), कई मायनों में सेहत के लिए लाभदायक (Gur benefits) है. गुड़ कई महत्वपूर्ण विटामिन व पोषक तत्वों (Jaggery Nutrition Facts) से भरपूर होता है. इसमें इम्यूनिटी बढ़ाने (Boost Immunity), शरीर को गर्म रखने, संक्रामक रोगों के ईलाज से लेकर शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने व अन्य रोगों से लड़ने की क्षमता होती है. आइये जानते हैं गुड़ के कुछ हेल्थ बेनिफिट्स (15 Health benefits of Jaggery), खाने का सही समय, तरीका व किनके लिए हो सकता है खतरनाक…
गुड़ में मौजूद कैलोरी काउंट और न्यूट्रिशन वैल्यू (Jaggery Nutrition Facts)
गुड़ के सिर्फ 20 ग्राम में 38 कैलोरी पायी जाती है. इसमें 9.8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 9.7 ग्राम चीनी, 0.01 ग्राम प्रोटीन, कोलीन, बीटालाइन, विटामिन बी 12, बी 6, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, सेलेनियम और मैंगनीज होता है. इसमें किसी भी प्रकार के वसा यानी फैट नहीं होता है. हालांकि, इसके पोषक तत्व चीनी के समान होते है ऐसे में मधुमेह पीड़ित रोगियों को इसे सेवन करने से बचना चाहिए. गुड़ खाने के लाभ और इम्यूनिटी बढ़ाने से जुड़ी हर Hindi News अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
गुड़ के ये 15 स्वास्थ्य लाभ
फ्लू जैसे संक्रामक रोगों का इलाज संभव : गुड़ की मदद से सर्दी और खांसी जैसे संक्रामक रोगों से मुक्ति मिलती है. यह शरीर में गर्मी पैदा करता है. इसी कारण सर्दियों में इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है. इसे आप गर्म पानी के साथ मिला पी सकते हैं. इसके अलावा चीनी की जगह रिप्लेस करके इसे चाय में डालकर भी पीया जा सकता है.
कब्ज में लाभदायक : गुड़ शरीर में पाचन एंजाइमों को सक्रिय करता है. जिससे मल त्यागने का प्रोसेस काफी आसानी से होता है. यह कब्ज से राहत दिलाता है. आंत के लिए उपयोगी गुड़ मूत्रवर्धक के रूप में भी काम करता है. दोपहर के भोजन के बाद गुड़ का एक छोटा टुकड़ा सेवन करने से पेट या पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती है.
लिवर को डिटॉक्स करने के लिए जरूरी : इसे प्राकृतिक बॉडी क्लींजर कहा जाए तो गलत नहीं होगा. गुड़ शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर लिवर को साफ करने में मदद करता है.
इम्यूनिटी बढ़ाने में लाभदायक : गुड़ एंटीऑक्सिडेंट और सेलेनियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यही कारण है कि गुड़ रक्त में हीमोग्लोबिन की संख्या बढ़ाने में मददगार है.
रक्त साफ करने में लाभदायक : गुड़ में हमारे रक्त को शुद्ध करने की क्षमता होती है. नियमित रूप से और सीमित मात्रा में इसका सेवन करने के कई स्वास्थ्य लाभ है. आपको बता दें कि ब्लड साफ रहने से वैसे ही कई बीमारियां आसपास भी नहीं भटकती है. यह गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है. दरअसल, गर्भवती महिलाओं में खून की कमी आम समस्या है.
पीरियड के दर्द से राहत : कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर महिलाओं के लिए खास तौर पर लाभदायक है. इसके नियमित सेवन से पीरियड में राहत मिलती है. इस दौरान आमतौर पर पेट में ऐंठन, मिजाज में बदलाव आदि समस्याओं को दूर करता है. विशेषज्ञों की मानें तो रोजाना गुड़ का एक छोटा टुकड़ा खाना चाहिए. यह एंडोर्फिन को शरीर से रिलीज करने का काम करता है. जिससे शरीर को आराम मिलता है. यह प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) को रोक सकता है.
जोड़ों के दर्द से राहत : गुड़ खाने से जोड़ों के असहनिय दर्द से बहुत राहत मिलती है. एक रिपोर्ट के अनुसार जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए अदरक के एक टुकड़े के साथ गुड़ का सेवन करना चाहिए. वहीं, दूध में मिला कर पीने से हड्डियों मजबूत होती है. साथ ही साथ गठिया जैसे रोगों से भी मुक्ति मिल सकती है.
एनीमिया से बचाता है गुड़ : गुड़ आयरन और फोलेट से भरपूर होता है. जो एनीमिया रोगियों के लिए लाभदायक है.
आंतों के लिए जरूरी : गुड़ में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम पाए जाते है जो आंतों की शक्तिशाली बनाते हैं. हर 10 ग्राम गुड़ में 16 मिलीग्राम मैग्नीशियम मिलता है, जो हमारी दैनिक जरूरत का 4 प्रतिशत है.
पूरे शरीर को साफ रखने में मददगार : गुड़ पूरे शरीर के को प्राकृतिक रूप से साफ रखने के लिए जाना जाता है. यह शरीर से अनवांटेड कणों को हटाकर हमारे सांस नली, फेफड़ों, आंतों, पेट और भोजन नली को भी साफ करता है.
उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करता है : गुड़ में पोटेशियम और सोडियम होता हैं. यह शरीर में एसिड के स्तर को बढ़ाता है. साथ ही साथ रक्तचाप को कंट्रोल भी करता है.
वजन कम करना : इसमें मौजूद पोटेशियम की मात्रा के कारण हमारा इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस होता है. साथ ही साथ मांसपेशियों के निर्माण और मेटाबोलिजम को बढ़ाने में भी मदद मिलती है. न्यूट्रीशिनिस्ट विशेषज्ञों की मानें तो यह शरीर में पानी की कमी को मेंटेन करता है. हाइड्रेट करके यह हमारा वजन कम करने में मदद करता है.
सांस की समस्याओं के लिए गुड़ : नियमित रूप से गुड़ का सेवन करने से हमारी श्वसन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती है. इनमें अस्थमा, ब्रोंकाइटिस आदि शामिल हैं. विशेषज्ञ इसे प्राकृतिक स्वीटनर मानते हैं. आयुर्वेद में भी इसके अनेकों लाभों का वर्णन किया गया है.
पेट के ठंडक के लिए जरूरी : गुड़ शरीर के सामान्य तापमान को बनाता है. यह हमारे पेट को ठंडा पहुंचाने में मदद करता है. विशेषज्ञ की मानें तो ठंड के दिनों हो या गर्मी के महीनों में, गुर शरबत पीना चाहिए.
ऊर्जा का अच्छा स्रोत : चीनी एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है जो रक्त में अवशोषित हो जाता है और तुरंत शरीर को ऊर्जावान बनाता है. लेकिन, गुड़ एक जटिल कार्बोहाइड्रेट है जो शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देने में मदद करता है. यह थकान और कमजोरी को दूर करने में मददगार है.
हालांकि, इंडिया टूडे में छपी रिपोर्ट की मानें तो यह कैलोरी में थोड़ा अधिक होता है. इसमें 4 केकैलोरी/ग्राम पाया जाता है. ऐसे में डायबिटिक लोग या वजन कम करने की इच्छुक लोगों को इसे खाते समय ध्यान देने की विशेष जरूरत है.
Note : उपरोक्त जानकारियां अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टूडे , हेल्थीफाई और एनडीटीवी के आधार पर है. इसे छोड़ने या अपनाने से पहले इस मामले के जानकार डॉक्टर या डाइटीशियन से जरूर सलाह ले लें.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.