लाखों नौकरियां बचा सकता है ये Corona Test Kit, महज 20 सेकेंड में देगा सटीक परिणाम, यहां किया गया सफल परीक्षण
COVID-19 saliva screening test, corona test in 20 second, uk news : दो ब्रिटिश कंपनियां ने मिलकर लार से होने वाले कोविड-19 (COVID19) की ऐसी टेस्ट किट (covid test kit) का निर्माण किया है जो सस्ता तो है ही साथ ही साथ इसका उपयोग दोबारा भी किया जा सकता है. इसके अलावा यह महज 20 सेकंड के भीतर सटीक परिणाम (corona test in 20 second) देगा. लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे (covid test at London’s Heathrow airport) पर इसे सबसे पहले उपयोग करके देखा गया. फिलहाल भारत में एंटीजन और पीसीआर समेत अन्य टेस्टों द्वारा कोरोना का पता लगाया जा रहा है. लेकिन, 20 सेकंड के भीतर टेस्ट परिणाम देने वाला यह किट यदि सही निकला तो उस देश में लाखों नौकरियां बच जायेंगी, अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आ जाएगी...
COVID-19 saliva screening test, corona test in 20 second, uk news : दो ब्रिटिश कंपनियां ने मिलकर लार से होने वाले कोविड-19 (COVID19) की ऐसी टेस्ट किट (covid test kit) का निर्माण किया है जो सस्ता तो है ही साथ ही साथ इसका उपयोग दोबारा भी किया जा सकता है. इसके अलावा यह महज 20 सेकंड के भीतर सटीक परिणाम (corona test in 20 second) देगा. लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे (covid test at London’s Heathrow airport) पर इसे सबसे पहले उपयोग करके देखा गया. फिलहाल भारत में एंटीजन और पीसीआर समेत अन्य टेस्टों द्वारा कोरोना का पता लगाया जा रहा है. लेकिन, 20 सेकंड के भीतर टेस्ट परिणाम देने वाला यह किट यदि सही निकला तो उस देश में लाखों नौकरियां बच जायेंगी, अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आ जाएगी…
वायब्रेंस डिवाइस, जिसे आईब्रा द्वारा विकसित किया गया है. अंग्रेजी वेबसाइट fiercebiotech की मानें तो इस टेस्ट में भी माउथ स्वैब सैंपल लिया जाता है जो डिजिटल माइक्रोस्कोप और कृत्रिम बुद्धि-संचालित सॉफ्टवेयर के उपयोग से कोरोना से शरीर ग्रसित है कि नहीं, पता लगाता है.
आईब्रा (IAbra) के मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर टीटी इलेक्ट्रॉनिक्स के अनुसार, यह स्क्रीनिंग मशीन बिल्कुल कम लागत की है और इसे दोबारा भी प्रयोग में लाया जा सकता है. इससे भी बड़ी बात यह है कि इससे खुद भी कोरोना जांच की जा सकती है. कंपनी की मानें तो इससे प्रत्येक दिन सैकड़ों टेस्ट संभव है. यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल द्वारा की गई अध्ययनों की मानें तो इस टेस्ट का गलत साबित होने का प्रतिशत भी बेहद कम है.
विरोन्स डिवाइस ने हीथ्रो के कर्मचारियों के बीच अपना पहला फील्ड परीक्षण किया जो सफल रहा. आपको बता दें कि इसके डेवलपर्स अब चिकित्सा उपयोग के लिए इसे इस्तेमाल में लाना चाहि रहे हैं. ऐसे में इससे संबंधित प्रमाणपत्र हासिल करने जुटे हुए है. इसके अलावा वे पूर्ण क्लिनिकल परीक्षणों की योजना भी बना रहे हैं.
हीथ्रो एयरपोर्ट के सीईओ जॉन हॉलैंड काये की मानें तो उन्होंने पीसीआर टेस्ट के साथ-साथ आईएब्रा से भी परीक्षण किया है. इस दौरान उन्होंने पाया कि आईएब्रा काफी तेज काम करता है और सस्ता भी है. उन्हें उम्मीद है कि यह बाकि की तुलना में अधिक सटीक भी होगा.
उन्होंने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था के सुधार के हिसाब से भी देखा जा सकता है. उनकी मानें तो देश में इससे लाखों नौकरियां बचाई जा सकती है. वहीं, अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आ सकती है.
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईब्रा (IAbra) ने कहा कि मशीन की कीमत 20,000 डॉलर से भी कम है जिसमें कार्ट्रिज टेस्टिंग किट है जो एक पेपरबैक बुक की कीमत से भी कम होगा.
Note : उपरोक्त जानकारियां अंग्रेजी वेबसाइट fiercebiotech के आधार पर है. इसे छोड़ने या अपनाने से पहले इस मामले के जानकार डॉक्टर या डाइटीशियन से जरूर सलाह ले लें.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.