Side Effects of Eating too Much Salt: पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, समोसा से लेकर सूप हमारे सभी आरामदेह खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा अधिक होती है. हमारा टेस्ट नमक और चीनी के इतने आदी हैं कि नॉरमल खाद्य पदार्थ जैसे सलाद, फल, सूखे मेवे और भुने हुए स्नैक्स हमें बेस्वाद लगते हैं. हालांकि, हमें इस बात का एहसास नहीं है कि ये नमकीन व्यंजन हमारे स्वास्थ्य के साथ कितना खिलवाड़ कर रहे हैं.
नमक हमारे शरीर को कम मात्रा में जरूरत होती है लेकिन हममें से कई लोग अनजाने में जरूरत से ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन कर लेते हैं. समय के साथ अधिक नमक वाला आहार चुपचाप हमारे कई अंगों और शरीर के कार्यों को नुकसान पहुंचा सकता है. अधिक नमक के सेवन से व्यक्ति फूला हुआ महसूस करता है और पैरों में सूजन देखी जा सकती है. समय के साथ बहुत अधिक नमक भी हाई ब्लड प्रेशर, ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है,जो हमारे दिल के दौरे और स्ट्रोक जोखिम को बढ़ा सकता है. आज हम जानेंगे कि अधिक नमक के सेवन करना हमारे लिए कितना हानिकारक हो सकता है-
अत्यधिक नमक का सेवन कुछ लोगों में वाटर रिटेंशन और सूजन का कारण बनता है. इसका प्रभाव अल्पकालिक (short term) के लिए हो सकते हैं यदि सोडियम का सेवन कम कर दिया जाए तो. लेकिन लंबे समय में वे किडनी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं.
यदि आप बहुत अधिक नमक खाते हैं, तो सोडियम का बढ़ा हुआ स्तर किडनी के सुचारू कामकाज में बाधा डालता है जो रक्त को फिल्टर करने में परेशानी होती है.
लंबे समय तक भोजन में अत्यधिक नमक शरीर के कोशिकाओं में पानी जमा होने का कारण बन सकता है. यह शरीर को कैल्शियम का उत्सर्जन करने के लिए मजबूर करता है, जिससे हड्डियों का कमजोर और ऑस्टियोपोरोसिस होता है.
जब अह अत्यधिक मात्रा में नमक के सेवन करते हैं तो इसका प्रभाव खासकर किडनी पर पड़ता है. इससे हमारे शरीर में पानी जमा होने लगती है और गुर्दे खराब होने लगते हैं, तो इसका परिणाम हाई ब्लड प्रेशर भी होता है, जो बाद में स्ट्रोक का कारण बन सकता है.
नमक का अत्यधिक सेवन भी सिरदर्द का कारण बनता है जो माइग्रेन बन सकता है. ये सिरदर्द निर्जलीकरण प्रेरित हैं. ऐसे में खुद को हाइड्रेटेड रखने और खूब पानी पीने की जरूरत है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.