7 Health benefits of jamun, seeds, leaves, black plum, jamun ke fayde : आकार में छोटा और गहरे नीले या बैंगनी रंग का दिखने वाला जामुन (black plum) कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है. आमतौर पर यह फल गर्मी के मौसम में होता है. यह कई मरीजों के लिए फायदेमंद (black plum benefits) है तो कुछ लोगों के लिए घातक भी साबित हो सकता है. दरअसल, जामुन में आयरन (Iron), विटामीन सी (Vitamin C), कैल्शियम (Calcium), प्रोटीन (Protein), फाइबर (Fibre), कार्बोहाइड्रेड (Carbohydrate) समेत अन्य महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ (nutrients in jamun) पाए जाते है. यह मधुमेह (diabetes), दांत (teeth pain), आंख (eye problems), पेट (stomach problems), चेहरे (skin problems) और किडनी स्टोन (kidney stone) समेत अन्य रोगों में फायदेमंद (health benefits of jamun) है. आइये जानते है…
इसमें मौजूद विटामिन सी और आयरन की मात्रा हमारे हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है. जैसा की ज्ञात हो हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने से रक्त हमारे अंगों में सही मात्रा में ऑक्सीजन ले जाता है. वहीं, इसमें मौजूद आयरन हमारे रक्त को भी शुद्ध करता है.
इसमें मौजूद एस्ट्रीन्जेंट गुण हमारे त्वचा को मुंहासे मुक्त रखता है. अगर आपको तैलीय त्वचा है तो आपको जामुन का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह आपकी त्वचा को जवां और साफ रखने में आपकी मदद करेगा.
जामुन हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है तो वहीं, इसमें मौजूद आयरन रक्त को शुद्ध करता है. जो हमारे त्वचा को स्वस्थ और आंखों के बेहतर बनाने में मदद करता है.
इसमें मौजूद पोटैशियम की मात्रा, हमारे दिल के लिए बेहद फायदेमंद है. प्रति 100 ग्राम जामुन में लगभग 55 मिलीग्राम पोटेशियम मौजूद होता है. यह फल हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक जैसी बीमारियों को दूर करता है. यह हमारे धमनियों को भी स्वस्थ रखता है और इसके सख्त होने से बचाता है.
जामुन हमारे मसूड़ों और दांतों के लिए फायदेमंद होता है. इसकी पत्तियों में मौजूद जीवाणुरोधी गुण होते हैं और इसका उपयोग मसूड़ों के रक्तस्राव को रोकने के लिए किया जा सकता है. आप इसका पेस्ट बना कर इससे मुहं वाश भी कर सकते है. यह संक्रमण को रोकने में भी मदद करेगा. पेड़ की छाल में कसैले (एस्ट्रीन्जेंट) गुण होते हैं जो हमारे मुंह के छालों के इलाज के लिए भी फायदेमंद है.
जामुन में मौजूद होते है एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इनफेक्टिव और मलेरिया विरोधी गुण होते हैं. इस फल में मैलिक एसिड, टैनिन, गैलिक एसिड, ऑक्सालिक एसिड और बेटुलिक एसिड भी पाए जाते है जो आम संक्रमणों को रोकने में काफी प्रभावी है.
मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी के उपचार में भी इसका इस्तेमाल हो सकता है. जिन्हें अधिक पेशाब और प्यास लगती है उन्हें जामुन का सेवन करना चाहिए. इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को सामान्य रखने में मददगार है. वृक्ष के बीज, छाल और पत्तियों का उपयोग भी मधुमेह के उपचार के लिए किया जा सकता है.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.