Amla Benefits: आंवला के गुणों की बखान हर किसी ने सुनी होगी. औषधिय गुणों से भरपूर यह एक ऐसा फल है जिसे प्राचीन ग्रंथो में अमृत फल के नाम से जाना गया है. हमारे कई प्राचीन ग्रंथो में मानव शरीर के लिए आंवले के अनेक खूबियों का जिक्र किया गया है. आंवले में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, फ़ाइबर,कैल्शियम,एंटीऑक्सीडेंट,मैग्नीशियम,आयरन, पोटैशियम, फॉस्फ़ोरस और कार्बोहाइड्रेट आदि पाए जाते हैं. ये सभी पोषक तत्व हर इंसानी शरीर की जरूरत होती है. इसके सेवन से दिल से लेकर दिमाग और डायबिटीज से लेकर बालों और त्वचा तक की बीमारियां ठीक रहती है. सर्दियों के सुपर फूड के नाम से जाना जाने वाला यह फल न सिर्फ हमें स्वस्थ रखता है बल्कि हमारे शरीर की कई अंदरूनी बीमारियों से लड़कर उन्हें खत्म भी करता है. आंवला को कई तरह से उपयोग में लिया जा सकता है जैसे आंवला की चटनी आंवला का मुरब्बा, आंवला का जूस, आंवला जैम, आंवला कैंडी,
आंवला च्ववनप्राश,आंवला लौंजी .आइए आज के इस लेख में आवलें के आश्चर्यजनक फायदे के बारे में जानते हैं.
इम्यूनिटी करे बेहतर
आंवला में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं. आंवला में मौजूद ये सभी तत्व इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. इन पोषक तत्वों को आहार का हिस्सा बनाने से कई तरह की मौसमी बीमारियों और फ्लू से बचा जा सकता है. आंवला का सेवन शरीर में व्हाइट ब्लड सेल (WBC ) की मात्रा को बढ़ाता है. व्हाइट ब्लड सेल शरीर को बीमारियों से रक्षा करता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल ,एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण यह शरीर के टॉक्सिंस को शरीर से बाहर निकालने में कारगर होता है. टॉक्सिंस का शरीर से बाहर निकलना इम्यूनिटी को बूस्ट भी करता है.
वजन नियंत्रित करे
बढ़ता वजन आजकल लाखों लोगों का सर दर्द बना हुआ है. ऐसे में वजन पर नियंत्रण करने के लिए आंवला का इस्तेमाल किया जा सकता है. आंवला में कैलोरी की मात्रा कम जबकि फाइबर की अधिकता होती है. आहार में अल्प कैलोरी और अधिक फाइबर होना वजन नियंत्रित करने के लिए बेहतर कांबिनेशन माना जाता है. आंवला मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है इस वजह से पाचन क्रिया तंदुरुस्त रहता है और एक्स्ट्रा फैट शरीर में जमा नहीं होने पाता है.
दिमागी क्षमता में वृद्धि
आंवला में मौजूद में विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो फ्री रेडिकल्स को बनने से रोकता है. ये फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर के हेल्दी सेल्स चाहे वह दिमाग के सेल्स हों या अन्य हिस्से के उनको खराब करते हैं. एंटीऑक्सीडेंट कोर्टिसोल के लेवल को भी संतुलित रखता है जिससे कि तनाव , डिप्रेशन जैसी दिक्कतें हावी नहीं होती हैं इतना ही नहीं आंवला में मौजूद मैग्नीशियम और पोटेशियम नींद के पैटर्न में सुधार कर नींद की गुणवत्ता को बेहतर करने में मददगार होते हैं. ये सभी फैक्टर इंसान के मेंटल हेल्थ को बेहतर रखने के लिए जरूरी हैं.
डायबिटीज में लाभ
आंवला में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. एंटीऑक्सीडेंट शरीर में तनाव को कम करता है. जिससे इंसुलिन उत्पादन प्रभावित नहीं होता है और ब्लड शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है. मोटापा डायबिटीज का एक प्रमुख कारण बन सकता है.आंवला में फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इससे पाचन क्रिया दुरूस्त रहती है.जिससे मोटापा हावी नहीं होने पाता है और साथ ही खून द्वारा शुगर का अवशोषण नही होने पाता है परिणाम स्वरुप डायबिटीज में लाभ होता है.
त्वचा और बालों के लिए
आंवला में मौजूद विटामिन सी को त्वचा और बालों के लिए वरदान माना जाता है .आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है इसके साथ ही आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तनाव को कम करता है इन सारे फैक्टर की वजह से बाल के जड़ मजबूत होने के साथ-साथ बाल घने और काले होते हैं. आंवला कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देता है.कोलेजन का होना स्किन को हेल्दी रखने में मदद करता है.
एजिंग पर लगाम
आंवला कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है.जिससे त्वचा चमकदार बनती है.आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर से टॉक्सिंस को खत्म करने का काम करता है .जिससे शरीर की गंदगी खत्म होता जाती है जिसका असर हमारे चेहरे पर पड़ता है. आंवला शरीर में बन रहे फ्री रेडिकल्स की मिटाता है जिससे एजिंग की प्रक्रिया बहुत स्लो हो जाती है.अपने इन्हीं गुणों की वजह से आंवला चेहरे पर झुर्रियों,दाग -धब्बों किल मुंहासों को पनपने नहीं देता है जिससे आंवला को खाने वाले अधिक उम्र में भी लोग कम उम्र के दिखते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.