होली की मस्ती में डूबे सभी लोगों के लिए जितना जरूरी ये जानना है कि कैसे सावधानीपूर्वक खेलें होली. उतना ही जरूरी है ये भी जानना कि होली के बाद कैसे छुड़ाये त्वचा से रंग.
डाक्टरों की मानें तो होली के बाद सबसे ज्यादा केस अगर आते है तो वे हैं स्कीन से संबंधित या पेट से संबंधित रोगों के. आइए हम आपको बताते हैं रंग को कैसे छुड़ाएं –
– रंग छुड़ाते समय अधिक साबुन का इस्तेमाल न करें.
– साबुन केमिकल का बना होता है. अत: ज्यादा इस्तेमाल करने से त्वचा संबंधी समस्या हो सकती हैं.
– रंग छुड़ाते समय मुंह व आंख बंद कर रखें.
– कान में पानी नहीं जाये इसका भी ध्यान देने की जरूरत हैं
– बच्चे को अपने से रंग खेलने भी नहीं दें और उसको छुड़ाने भी नहीं दे.
– होली मनाने के बाद अगर आंखों में जलन महसूस हो तो सबसे पहले ठंडे पानी का छींटा आंख में लगातार मारे
– इसके बाद भी जलन जारी रहे या धुंधलापन दिखे तो फौरन डॉक्टर से मिलें या संपर्क करें.
– सांस लेने में दिक्कत होने पर भी डॉक्टर से संपर्क करें.
– होली खेलने से पहले पूरे शरीर पर तेल लगा लें.
– बालों में भी रंग खेलने से पहले तेल अवश्य लगायें.
– सरसों के तेल की जगह नारियल का तेल ज्यादा लाभकारी है.
– शरीर को ढककर ही होली खेलें, संभव हो तो बदन को ढकने वाला कपड़ा पहनें.
– प्राकृति रंगों का इस्तेमाल करें.
– गहरे रंगों के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि इनमें केमिकल्स होने की संभावना रहती है.
– त्वचा, एलर्जी, एक्जिमा व बालों से जुड़ी समस्या वाले लोग सावधानी के साथ होली खेलें.
– रंग मुंह, नाक व आंख में प्रवेश नहीं करें इसका ध्यान रखें.
– भांग व अल्कोहल से दूर रहें, इससे डीहाइड्रेशन का डर रहता है.
– बच्चों को पानी वाली होली से दूर रखें.
– सूखी होली खेलें, क्योंकि इससे संक्रमण से बचा जा सकता है.
– कोरोनावायरस ज्यादा दूरी तक नहीं जा सकता है, इसलिए दूर बनाकर होली खेलें.
– भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें.
– सामान्य फ्लू के लक्षण होने पर भी सर्तक रहें, नजरअंदाज घातक हो सकता है.
– घर पर ही एक-दूसरे के साथ होली खेलें.
– बाहर निकल कर होली खेलना चाहते हैं, ताे मास्क का उपयोग करें. सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.