कोरोना को लेकर जहां पूरे दुनिया में डर का माहौल है, वहीं कुछ अफवाहें भी फैलायी जा रही हैं. ऐसे में आपके भी दिमाग में चल रहा होगा की किसकी बात मानें, क्या सही है क्या नहीं. इसी को लेकर जानें एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कुछ टिप्स देते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित 5 मिथक पर अपने विचार दिए हैं.
संक्रमण से बचने के लिए लोग साधारण या सर्जिकल मास्क पहन सकते हैं. सर्जिकल मास्क में n95 मास्क बाजार में उपलब्ध है, इसे वैसी जगह पर पहना जा सकता है जहां संक्रमण की संभावना ज्यादा है. दिनचर्या के काम में जैसे शॉपिंग, आउटिंग आदि जगहों पर मास्क ना भी पहनें, तो कोई समस्या नहीं है.
शराब पीने या ना पीने से संक्रमण रुक सकता है यह कोई सच्ची बात नहीं है. वायरस अक्सर जानवर से मनुष्य तक आसानी से फैलते हैं, जबकि कोरोनावायरस मनुष्य से मनुष्य के बीच तेजी से फैल रहा है. ऐसे में इंसान अगर मांसाहार खाना खाये भी तो बस उसे अच्छे से पकाना होगा.
ग्लव्स पहनने से संक्रमण का खतरा कम है, यह बात भी सच्ची नहीं है. स्वच्छता का खास ध्यान लोग खुद रखें. सर्दी खांसी से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क से बचने की जरूरत है.
कोरोना वायरस ज्यादा गर्म और ठंड दोनों ही वातावरण में फैल रहा है. इसके डाटा भी सामने आ चुके हैं. इस वायरस के फैलने का कोई निश्चित तापमान नहीं है. साफ-सुथरे वातावरण में रहना सुरक्षित होगा.
संक्रमण के डर से सभी लोग से दूरी बना लें यह जरूरी नहीं है. खासतौर पर जिन्हें सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं हैं उन से दो मीटर की दूरी बनाये रखें.
आपको बता दें कि भारत के सात राज्यों में कोरोना वायरस के 16 नये मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 76 हो गयी है. हेल्थ मिनिस्टरी की मानें तो देश के इन 16 नए मामलों में से 11 मामले महाराष्ट्र से जबकि एक-एक मामला दिल्ली, लद्दाख, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में सामने आया है. वहीं एक विदेशी नागरिक भी इससे संक्रमित पाया गया है. इसके अलावा देश में होने वाले आईपीएल पर भी संशय बना हुआ हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.