Amazing health benefits of mangoes, know advantages & disadvantages of mango फलों का राजा कहे जाने वाला “आम” सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होता ब्लकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी है. आम का मीठापन और सुगंध से ही बाजार रौनक हो जाती है और इसका स्वाद मन को तरोताजा कर देता है. लेकिन क्या आपने कभी अधपका या कच्चा आम खाने की कोशिश की है? नहीं! तो जानिए यह स्वाद में जरूर खट्टा होता है लेकिन, बेहद फायदेमंद होता है.
दरअसल, अंग्रेजी वेबसाइट “द न्यू टाईम्स” की मानें तो एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि अधपका आम में 35 सेब, 18 केले, नौ नींबू और तीन संतरे से ज्यादा विटामिन सी होता है.
लगभग यह फल सभी वर्ग के लोगों को पसंद आता हैं. यह दक्षिण पूर्व एशिया और भारत में सबसे ज्यादा खाए जाने वाला फल है. बल्कि पूरी दुनिया में इसे बड़े व्यापक तौर पर खाया जाता है. प्रतिवष इसका विश्वव्यापी उत्पादन 17 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक है. इसे दुनिया के अन्य हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. जैसे मंगा, मग्गा, मैंगोट, मैंगो और मैगग के रूप में भी लोग इसे जानते हैं.
यह फल 50 से अधिक किस्मों में पाया जाता है. जिसका रंग हरा-पीला, पीले-लाल, हरा व नारंगी-पीले रंग का भी होता है. इसके जानकार बताते हैं कि यह कई बीमारियों की रोकथाम में महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इसमें विटामिनों की प्रचुर मात्रा पायी जाती है.
इस फल में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, कैल्शियम, आयरन और 82% मैग्नीशियम पायी जाती है.
रक्त विकारों का इलाज : कच्चे आम में पाए जाने विटामिन सी के कारण यह हमें रक्त विकारों से बचाता है. इससे शरीर में रक्त संचार सुचारू ढ़ंग से होता है. इसके अलावा यह नई रक्त कोशिकाओं के निर्मण में भी कारगार है. इससे टीबी, एनीमिया, हैजा और पेचिश जैसी बीमारियों में लाभ मिलता है. साथ ही साथ यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बेहद लाभदायक है.
स्कर्वी का उपचार: सूखे आम के पाउडर स्कर्वी के उपचार संभव है. दरअसल स्कर्वी विटामिन सी की कमी के कारण होने वाला एक रोग होता है. विटामिन सी हमारे शरीर में कोलेजन निर्माण के लिये आवश्यक होता है. इसमें शरीर खासकर जांघ और पैर में चकत्ते पड जाते हैं. रोग बढने पर मसूढ़े सूज जाते हैं और फ़िर दांत भी गिरने लगते हैं. आपको बता दें कि विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक अम्ल भी है.
अपच और कब्ज: कच्चे आम से हमारा हार्मोनल स्वास्थ्य अच्छा होता है. इसमें मौजूद विटामिन बी हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. यह अपच और कब्ज की समस्याओं में मददगार है. इसके अलावा कच्चे आम में विटामिन ए और विटामिन ई भी होता है जो हमारे शरीर के हार्मोन प्रणाली को बढ़ाता है.
शरीर में पानी की कमी को दूर करने में सहायक: नमक के साथ बिना पके आम को खाने से शरीर से पानी की अत्यधिक कमी दूर होती है. इसके अलावा, यह बहुत उच्च तापमान में अंदर से ताजगी देता है. कच्चे आम का जूस पीने से शरीर में सोडियम क्लोराइड और आयरन की मात्रा बढ़ती है जिससे पसीना अधिक आता है
लिवर का इलाज : अधपके आम से लीवर संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं. इससे आंतों को बैक्टीरिया के संक्रमण से भी बचाने में मदद मिलती है.
कैंसर और हृदय रोगों से बचाने में सहायक : पके आम की तुलना में कच्चा आम अधिक एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को कैंसर और हृदय रोगों से भी बचाने में सहायक हैं.
स्मरण शक्ति बढ़ाता है आम : जिन लोगों को भूलने की बीमारी हो उन्हें आम का सेवन करना चाहिए. इसमें ग्लूटामिन एसिड पाया जा है जो स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मददगार है.
गर्मी में लू से बचाव में सहायक : प्रतिदिन एक गिलास आम का जूस पीने और इसकी गुठलियों से नहाने से लू लगने के चांस न के बराबर होते है. यह हमारे शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखता है.
त्वचा के उपयोगी आम : विटामिन सी संक्रमण से भी बचाता है और इसके गुदे का फेस पैक बना कर इस्तेमाल करने से चेहरे साफ होते हैं. और रौनक आती हैं.
वजन बढ़ना : आम में बहुत मात्रा में कैलोरी होती है. अत: इसके अत्यधिक सेवन से शरीर का वजन बढ़ सकता है.
दस्त रोग : इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं. ऐसे में इसका अत्यधिक सेवन हमें दस्त जैसी समस्याओं का शिकार बना सकता हैं.
ब्लड शुगर बढ़ाए : आम के प्राकृतिक मिठास होता है. अत: इसका ज्यादा सेवन हमें मधुमेह रोगी भी बना सकता हैं.
एलर्जी : कई लोगों को इससे एलर्जी भी होती है. ऐसे में उन्हें इसका सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
पचने में मुश्किल : कच्चे आम को भूल कर भी ज्यादा मात्रा में नहीं खाना चाहिए. इससे पाचन संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.