Anti ageing formula:एंटी-एजिंग तत्वों के पीछे का विज्ञान

खूबसूरत स्किन किसे नहीं पसंद. लेकिन हमें झुर्रियां, दाग- धब्बे, स्किन का ढीलापन इत्यादि सब झेलना पड़ता है परंतु इसके लिए हमारे पास एंटी एजिंग उत्पाद भी उपलब्ध है, जिससे हम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं. जाने इन उत्पादों के पीछे के विज्ञान को.

By Jaya Soni | July 16, 2024 9:22 AM
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Anti ageing formula:एंटी-एजिंग तत्वों का विज्ञान आसानी से समझा जा सकता है. हमारे त्वचा में उम्र के साथ कई बदलाव आते हैं, जैसे झुर्रियां, दाग-धब्बे और ढीलापन. इन समस्याओं को हल करने के लिए बाजार में कई एंटी-एजिंग उत्पाद उपलब्ध हैं. लेकिन यह जानना महत्वपूर्ण है कि इनमें से कौन से तत्व वास्तव में प्रभावी हैं और उनके कार्य क्या हैं.

रेटिनॉल (Retinol)

रेटिनॉल विटामिन ए का एक प्रकार है. यह सबसे प्रभावी एंटी-एजिंग तत्वों में से एक माना जाता है. रेटिनॉल त्वचा की ऊपरी परत को तेजी से नवीनीकरण करता है, जिससे झुर्रियां और बारीक रेखाएं कम हो जाती हैं. इसके अलावा, यह कोलेजन उत्पादन को भी बढ़ावा देता है, जो त्वचा को मजबूत और लोचदार बनाता है. रेटिनॉल का उपयोग करने से पहले, इसे धीरे-धीरे अपनी स्किनकेयर रूटीन में शामिल करना चाहिए ताकि त्वचा को इसकी आदत हो जाए.

विटामिन सी (Vitamin C)

विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है. यह त्वचा को पर्यावरणीय क्षति से बचाने में मदद करता है, जैसे कि सूर्य की किरणें और प्रदूषण. विटामिन सी त्वचा की टोन को भी सुधारता है और पिगमेंटेशन को हल्का करता है. इससे त्वचा में एक प्राकृतिक चमक आती है और दाग-धब्बे कम हो जाते हैं. विटामिन सी सीरम को सुबह के समय उपयोग करना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि यह दिनभर त्वचा को सुरक्षा प्रदान करता है.

हयालूरोनिक एसिड (Hyaluronic Acid)

यह एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो हमारी त्वचा में पहले से मौजूद होता है. हयालूरोनिक एसिड त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे नमी बनाए रखने में मदद करता है. इससे त्वचा मुलायम और भरी-भरी नजर आती है. यह तत्व विशेष रूप से ड्राई स्किन के लिए बहुत लाभदायक है. हयालूरोनिक एसिड का उपयोग सीरम या मॉइस्चराइज़र के रूप में किया जा सकता है.

पेपटाइड्स (Peptides)

पेपटाइड्स छोटे प्रोटीन होते हैं, जो त्वचा की मरम्मत और पुनर्निर्माण में मदद करते हैं. ये कोलेजन और इलास्टिन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जिससे त्वचा की लोच और मजबूती में सुधार होता है. पेपटाइड्स युक्त उत्पादों का नियमित उपयोग त्वचा को युवा और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है.

नियासिनामाइड (Niacinamide)

यह विटामिन बी3 का एक प्रकार है. नियासिनामाइड त्वचा को नमी प्रदान करता है और उसकी बनावट को सुधारता है. यह त्वचा की लोच बढ़ाता है और उसे मजबूत बनाता है. इसके अलावा, यह सूजन को कम करता है और त्वचा की टोन को सुधारता है. नियासिनामाइड युक्त उत्पादों को सुबह और रात दोनों समय उपयोग किया जा सकता है

एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants)

एंटीऑक्सिडेंट्स फ्री रैडिकल्स को रोकते हैं.  फ्री रैडिकल्स अणु हैं जो त्वचा को खराब कर सकते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं. एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा को इन खतरनाक अणुओं से बचाते हैं और उसे स्वस्थ रखते हैं. विटामिन ई, रेसवेराट्रॉल और ग्रीन टी कुछ प्रमुख एंटीऑक्सिडेंट्स हैं जो त्वचा की देखभाल के उत्पादों में उपस्थित हैं.

सन्सक्रीन (Sunscreen)

सन्सक्रीन का उपयोग त्वचा को सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए किया जाता है. यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकती हैं. सन्सक्रीन का नियमित उपयोग त्वचा को झुर्रियों, दाग-धब्बों और अन्य समस्याओं से बचाता है. कम से कम एसपीएफ 30 वाले सन्सक्रीन का उपयोग करना चाहिए और इसे हर दो घंटे में फिर से लगाना चाहिए.

एल्फा हाइड्रोक्सी एसिड (AHA) और बीटा हाइड्रोक्सी एसिड (BHA)

AHA और BHA त्वचा की ऊपरी परत को एक्सफोलिएट करने में मदद करते हैं. AHA पानी में घुलनशील होते हैं और सतह पर मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाते हैं. BHA तेल में घुलनशील होते हैं और त्वचा के गहराई में जाकर साफ करते हैं. ये एसिड त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं.

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