Women Health: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, महिलाओं में बढ़ रहा है इन 5 बीमारियों का सबसे ज्यादा खतरा

Women Health: महिलाओं में कौन सी बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा है आज हम इस लेख के जरिए जानेंगे...

By Shweta Pandey | June 11, 2024 1:07 PM
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Women Health: महिलाओं को अपने सेहत पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए. क्योंकि पुरुषों की तुलना में महिलाएं सबसे अधिक अपने हेल्थ से संबंधित परेशानियों से जूझ रही होती हैं. महिलाओं में कुछ ऐसी खतरनाक बीमारियों होने की संभावना बढ़ गई है. क्योंकि हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया ने एक रिपोर्ट पेश किया है, जिसमें बताया है कि महिलाओं में कौन सी 5 बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा है. चलिए जानते हैं विस्तार से…

हार्ट डिजीज का खतरा

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया ने एक रिपोर्ट जारी किया है जिसमें बताया गया है कि महिलाओं में हार्ट डिजीज का खतरा सबसे ज्यादा होता है. साल 2019 में यूएस CDC ने एक आंकड़ा जारी किया है जिसमें बताया गया कि अमेरिका में करीब 20 प्रतिशत महिलाओं की मौत हार्ट डिजीज की वजह से हुई थीं. महिलाओं को 40 से 60 की उम्र के बीच हार्ट डिजीज का खतरा होता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप अपनी लाइफस्टाइल और खान-पान को बेहतर करते हैं तो इससे हार्ट डिजीज का खतरे को 82% कम किया जा सकता है.

ब्रेस्ट कैंसर

हर साल लाखों महिलाओं की ब्रेस्ट कैंसर से हो रही है. फैमिली हिस्ट्री से लेकर तमाम फैक्टर ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं. इसलिए महिलाओं को अच्छी लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट को फॉलो करना चाहिए. इसके साथ ही महिलाएं समय-समय पर कैंसर की स्क्रीनिंग जरूर कराएं. ताकि वक्त रहते कैंसर का पता लगाया जा सके.

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ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर

महिलाओं में ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर का खतरा भी सबसे ज्यादा होता है. जहां सर्विकल कैंसर बच्चेदानी के मुंह का कैंसर होता है, तो वहीं ओवेरियन कैंसर अंडाशय का कैंसर होता है. इसलिए महिलाओं को HPV वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए ताकि इसके जरिए 90 फीसदी तक सर्वाइकल कैंसर को कम किया जा सकता है. जबकि ओवेरियन कैंसर से बचने के लिए समय-समय पर स्क्रीनिंग करवाते रहें.

एंजायटी और डिप्रेशन

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार महिलाओं में एंजायटी और डिप्रेशन का खतरा भी सबसे अधिक है. करीब 3 गुना ज्यादा एंजायटी और डिप्रेशन का असर महिलाओं पर देखने के मिल रहा है. इसका बूरा असर फिजिकल हेल्थ पर भी पड़ता है.

इनफर्टिलिटी की समस्या

गौरतलब है कि अमेरिकन सोसाइटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन ने एक रिपोर्ट पेश किया था. जिसमें बताया गया था कि इनफर्टिलिटी की समस्या महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशान करती है. 30-35 साल के बाद महिलाओं की फर्टिलिटी में गिरावट देखने को मिलती है जो प्रेग्नेंसी में बाधा बनने लगती है.

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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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