Ayurvedic Tips: सीने में दर्द है तो अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपाय
Ayurvedic Tips: सीने में दर्द है तो हम आपको कुछ आयुर्वेदिक उपचार बताएंगे, जिसकी मदद से आप घर पर ही इस दर्द से राहत पा सकते हैं...
Ayurvedic Tips: सीने में दर्द होना कई कारणों से हो सकता है. कई बार गैस और एसिडिटी के कारण भी सीने में दर्द होता है. हालांकि आयुर्वेद में इसके कई सारे उपाय बताए गए हैं. जिसे आजमाकर आप घर पर ही इससे निजात पा सकते हैं. आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त और कफ तीनों दोषों के कारण भी सीने में दर्द होता है. चलिए जानते हैं घरेलू उपाय के बारे में…
लहसुन का करें सेवन
आयुर्वेद के अनुसार अगर सीने में दर्द है तो लहसुन आपके लिए काफी लाभकारी हो सकता है. एक रिसर्च में पाया गया है कि रोज लहसुन खाने से हृदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है. अगर आप रोजाना लहसुन का रस गर्म पानी में डालकर सेवन करते हैं तो इससे सीने में दर्द कम किया जा सकता है. इसके अलावा लहसुन की एक कली को खाते हैं तो भी सीने में दर्द से राहत पाया जा सकता है.
अदरक का करें सेवन
आयुर्वेद के अनुसार सीने में दर्द है तो अदरक का सेवन करना शुरू कर दें. क्योंकि इसे खाने से हृदय रोग से बचा जा सकता है. इसमें जिंजरोल नामक रासायनिक यौगिक मौजूद होता है जो कोलेस्ट्राल के स्तर को कम तो करता ही है साथ ही एंटीऑक्सीडेंट भी होता है जो रक्त वाहिकाओं को खराब होने से बचाता है. आप चाहे तो अदकर का सेवन चाय के रूप में भी कर सकते हैं या फिर नार्मल भी कच्चा खा सकते हैं.
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हल्दी का करें सेवन
आयुर्वेद में बताया गया है कि हल्दी सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. क्योंकि इसमें करक्यूमिन की मात्रा अधिक होता है थक्का बनाने और धमनी प्लाक का कम करने में सहयोग कर सकता है. इतना ही नहीं इसके सेवन से सीने में सूजन भी कम होता है. अगर आप रोज हल्दी गर्म दूध में मिलाकर पीते हैं तो इससे आपको सीने में दर्द से राहत मिलेगा.
तुलसी का सेवन करें
तुलसी की पत्तियों का आयुर्वेद में विशेष महत्व दिया गया है. इसमें कई सारे विटामिन्स और मैग्नीशियम पाया जाता है, जो हृदय में रक्त प्रवाह में कोलेस्ट्रॉल बनने से रोकता है. तुलसी की पत्तियों का आप नॉर्मल भी खा सकते हैं. इसके अलावा आप तुलसी के रस को शहद के साथ सेवन कर सकते हैं, जो आपके सीने के दर्द के लिए लाभकारी हो सकता है.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.