Loading election data...

पीरियड के मुश्किल दिनों में दर्द और ऐंठन कम करने के आयुर्वेदिक उपाय

Health Care : कई बच्चियों और महिलाओं के लिए पीरियड के दिन काफी मुश्किल भरे होते हैं जब वो दर्द से परेशान होती हैं. हेवी पीरियड से पूरी दिनचर्या में समस्या खड़ी हो जाती है. लेकिन कुछ आयुर्वेदिक उपायों को आजमाने से आराम पा सकती हैं .

By Meenakshi Rai | August 4, 2023 9:07 AM

Health Care : हर महीने वहीं दर्द, कई बार इसे सामान्य मानकर बर्दाश्त करने का प्रयास करने पर भी यह काफी पीड़ादायक हो जाता है. बात कर रहे हैं हर महीने पीरियड के दिनों की. कुछ महिलाओं के लिए ये वक्त काफी दर्द भरा होता है. कई महिलाएं दवाएं लेती हैं ताकि ऐंठन और दर्द से राहत मिल सके. लेकिन थोड़ी देर राहत मिलती है फिर वहीं दर्द शुरू हो जाता है. कुछ आयुर्वेदिक उपायों को आजमाने से इस दर्द से आराम मिल सकता है.

Also Read: Sleep Disorders : नींद की समस्या से क्या जूझ रहा बच्चा, जानिए संकेत, लक्षण और उपाय

मासिक धर्म में ऐंठन के लिए आयुर्वेदिक उपचार

चिकित्सकीय भाषा में भारी मासिक धर्म को मेनोरेजिया कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें मासिक धर्म के दौरान भारी या लंबे समय तक रक्तस्राव होता है. यह कई मासिक धर्म के दौरान एक आम चिंता का विषय है, और इसमें सामान्य से अधिक रक्त की हानि और ऐंठन होती है. यदि आप इसका अनुभव कर रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और उनकी सलाह का पालन करना चाहिए. इसके अलावा, आप इस स्थिति को प्रबंधित करने के लिए घर पर आयुर्वेदिक उपचार भी आज़मा सकते हैं.

पीरियड के मुश्किल दिनों में दर्द और ऐंठन कम करने के आयुर्वेदिक उपाय 4

ये आयुवेर्दिक पेय बनाने में आसान हैं और न केवल भारी मासिक धर्म का प्रबंधन करेंगे बल्कि आपके शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडा भी रखेंगे

भारी मासिक धर्म के लिए चावल का पानी

चावल के पानी के कई फायदे हैं. आयुर्वेद में इसे तंदुलोदक कहा गया है, यह स्टार्च और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. यह किसी व्यक्ति को मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई), जलन और सफेद स्राव से निपटने में मदद कर सकता है. इसका शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है और यह मासिक धर्म के दौरान रक्तस्राव विकारों को नियंत्रित करने की कोशिश करने वालों के लिए अच्छा विकल्प है. खनिज और विटामिन से भरपूर, चावल का पानी आपके चेहरे पर प्राकृतिक चमक लाने में मदद कर सकता है. यह रोम छिद्रों को कस सकता है, दाग-धब्बे कम कर सकता है और पिगमेंटेशन को रोकने के लिए मदद करता है. इसके ठंडे गुणों के कारण सर्दी-खांसी से जूझ रहे लोगों को इससे बचना चाहिए. हथेलियों और तलवों में जलन महसूस होने पर भी इस उपाय को आजमा सकते हैं.

चावल का पानी कैसे तैयार करें

एक कटोरे में चार चम्मच चावल धो लें और उसमें 100 मिलीलीटर पानी भर दें. कुछ घंटे इसे फूलने दें चावल को छान लें और पानी को पूरे दिन घूंट-घूंट करके पीते रहे.

पीरियड के मुश्किल दिनों में दर्द और ऐंठन कम करने के आयुर्वेदिक उपाय 5

भारी मासिक धर्म के लिए सौंफ का पानी

  • सौंफ का स्वाद मीठा होता है. आयुर्वेद के अनुसार, वे प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, पाचन में सुधार करने, रक्तस्राव विकारों को प्रबंधित करने और हृदय रोग वाले लोगों के लिए जादू की तरह काम करने में मदद कर सकते हैं. इसे मासिक धर्म के दर्द से राहत दिलाने में भी उपयोगी पाया गया है. इसका ताज़ा स्वाद मानसिक सतर्कता को बढ़ावा दे सकता है और आँखों पर ताज़ा प्रभाव डाल सकता है

  • सौंफ का पानी कैसे तैयार करें:

  • एक गिलास ठंडा पानी लें और उसमें एक चम्मच सौंफ पाउडर और सेंधा चीनी मिलाएं. इस पानी को

  • घूंट-घूंट करके पीएं.

पीरियड के मुश्किल दिनों में दर्द और ऐंठन कम करने के आयुर्वेदिक उपाय 6

भारी मासिक धर्म के लिए काली किशमिश का पानी

काली किशमिश का पानी एक प्रभावी घरेलू उपाय माना जाता है. यह खून की कमी से निपटने में भी मदद कर सकता है, और किशमिश को अपने आहार में शामिल करने से प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट में वृद्धि के साथ-साथ आपके शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ सकता है. यह ड्राई फ्रूट ऊर्जा के स्तर में सुधार और कब्ज से राहत दिलाने से जुड़ा होता है. यह मासिक धर्म की ऐंठन में भी मदद कर सकता है.

किशमिश का पानी कैसे तैयार करें

  • एक मुट्ठी किशमिश रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें, लेकिन उससे पहले उन्हें अच्छी तरह धो लें.

  • अगली सुबह किशमिश को पानी में भिगोकर पीस लें और इस पेय का आनंद लें

  • इन आयुर्वेदिक उपायों का शरीर पर कोई साइडइफेक्ट नहीं होता है जबकि इनके गुणों से स्वास्थ्य लाभ होता है.

Also Read: Mental Health: डिप्रेशन का डट कर करें सामना, फोलो करें ये उपाय

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

Next Article

Exit mobile version