Ayush Swashthya Mela: लोहरदगा (Lohardaga District) में आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया. राष्ट्रीय आयुष मिशन झारखंड (National AYUSH Mission Jharkhand) तथा आयुष मंत्रालय (AYUSH Ministry) भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार से दो दिवसीय आयुष चिकित्सा सह मेगा कैंप का आगाज हुआ. इस दौरान उपस्थित लोगों को आयुष चिकित्सा के तहत चार तरीकों से इलाज की जानकारी दी गयी. साथ ही दवा का निःशुल्क वितरण भी किया गया.
आजादी के 10 साल बाद तक गांवों में नहीं होते थे डॉक्टर
प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मनोरंजन कुमार ने आयुष चिकित्सा के संबंध में बताया कि आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक, योग तथा यूनानी चिकित्सा के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता है. आजादी के पहले तथा आजादी के लगभग 10 साल बाद तक कोई चिकित्सक नहीं होते थे. तब जंगली जड़ी-बूटी से वैद्य लोगों का इलाज किया करते थे. उसके बेहतर परिणाम निकलते थे. मानव शरीर को किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं झेलना होता था.
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अंग्रेजी दवाओं के होते हैं कई साइड इफेक्ट्स- बीडीओ
बीडीओ ने कहा कि तब लोग बीमार पड़ते थे. वैद्य इलाज करते थे. थोड़ा वक्त लगता था, लेकिन बीमारी ठीक हो जाती थी. आज कई नयी तरह की बीमारियां हो रही हैं. लोग जल्द से जल्द आराम पाने के लिए अंधाधुंध अंग्रेजी दवाओं का सेवन कर रहे हैं. इसके कई साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं. एक बीमारी को ठीक करने के चक्कर में दूसरी बीमारी की चपेट में आ जा रहे हैं. हमें फिर से आयुष चिकित्सा पद्धति अपनानी होगी.
सीओ ने आयुर्वेद व योग के फायदे गिनाये
अंचल अधिकारी (सीओ) प्रवीण कुमार सिंह ने आयुर्वेद तथा योग उपचार से शरीर को होने वाले लाभ की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि योग से कई जटिल बीमारियों का भी इलाज संभव है. निरंतर योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है. आप बीमारियों से बचे रहते हैं. आपकी इम्यूनिटी विकसित होती है, जिससे आपके शरीर के अंदर बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है.
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ग्रामीणों का किया गया नि:शुल्क उपचार
इस मेगा कैंप को कई अन्य लोगों ने भी संबोधित किया. मौके पर आयुर्वेदिक चिकित्सक, होमियोपैथिक चिकित्सक, यूनानी चिकित्सकों तथा योग शिक्षकों ने ग्रामीणों का नि:शुल्क उपचार भी किया. आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण भी किया गया. आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ ज्ञानचंद्र पांडे, डॉ ज्योति सिन्हा, यूनानी चिकित्सक आफताब आलम, होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ लक्ष्मी शर्मा, विक्रांत कुमार के अलावा प्रखंड के प्रमुख, उप-प्रमुख के साथ-साथ प्रशासनिक पदाधिकारी भी मौजूद थे.
कुड़ू से अमित कुमार राज की रिपोर्ट
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.