क्या आपको भी बैक पेन की समस्या ने कम उम्र में जकड़ लिया है और इसकी वजह से आपको
काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. महिलाओं के साथ ऐसा होना आम है, और
इसके कई कारण हैं. कुछ महिलाओं में इस दर्द का कारण कोई बीमारी या उनका
लाइफस्टाइल हो सकता है. अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो यह दर्द बढ़ता
जाता है. आइये जानते हैं कि आखिर इसके क्या कारण हैं और किन उपायों से इसे ठीक किया
जा सकता है.
महिलाओं के बैक पेन के कई कारण होते हैं. आइये जानते हैं कि आखिर किन कारणों से पुरूष
की तुलना में महिलाओं को इस समस्या का सामना अधिक करना पड़ता है.
इसके 10 प्रमुख कारण
1. मेंस्ट्रुअल क्रैंपस
2. प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम
3.प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसॉर्डर
4.रेट्रोग्रेड मेंस्ट्रुएशन
5.मेनोपॉज
6.ऑस्टिओपोरोसिस ( प्री मेनोपॉज)
7.लेट प्रेग्नेंसी
8.लंबे समय तक गलत पॉश्चर में बैठना या सोना
9. मोटापा
10.खराब लाइफस्टाइल
महिलाओं के लिए बैक पेन से राहत के लिए सबसे कारगर उपायों में से एक है वर्कआउट
करना. इसमें डेली एक्सरसाइज, योगा, जिम या फिर जॉगिग कुछ भी शामिल हो सकता है.
इसके लिए आप कुछ योग आसन जैसे कि भुजंगासन, मार्जरीआसन, सुखासन से
पश्चिमोत्तानासन, धनुरासन आदि कर सकती हैं. इससे आपको काफी राहत मिलेगी. इसके
अलावा बैलेंसिग, एरोबिक ट्रेनिंग जैसे एक्सरसाइज को भी शामिल किया जा सकता है.
बैक पेन समेत कई समस्या से राहत के लिए वजन का कम रहना बहुत जरूरी है. वजन कम
करने से बैक पेन की समस्या घटती है. अगर आपका वजन शरीर के बीएमआई के हिसाब से
ठीक है तो फिर एक्सरसाइज कर अपने शरीर की फ्लेक्जीबिलिटी बढ़ाएं.
कमर दर्द की समस्या का एक मुख्य कारण लंबे समय तक गलत पॉश्चर में बैठना या सोना हो
सकता है. जो महिलाएं लंबे समय तक बैठकर काम करती हैं, उन्हें अपने पॉश्चर का खास ख्याल
रखने की जरूरत है. गलत तरीके से उठने या बैठने से भी दर्द हो सकता है.
Also Read: इन चटपटी चटनी में छिपे हैं चमत्कारी गुण, सर्दियों में रोज खाएंगे तो बढ़ा यूरिक एसिड होगा छूमंतरआमतौर पर महिलाएं सबका ख्याल रखते-रखते अपना ख्याल रखना भूल जाती है. किसी भी
बीमारी का सबसे बड़ा कारण होता है,गलत लाइफस्टाइल मेंटेन करना. सुबह में नियमित रूप
से समय से नाश्ता करना बेहद जरूरी होता है.
Also Read: सर्दियों में खाएं ये मोटे अनाज, देश विदेश में हेल्दी फूड के लिए होता है इस्तेमालDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.