Rainbow Diet for Health: रंगों के त्योहार होली पर जानें रेनबो डाइट के फायदे

Rainbow Diet for Health: खाद्य पदार्थों का रंग हमें पोषण के बारे में बहुत कुछ बताता है. इसी के आधार पर रेनबो डाइट में हर रंग- हरा, लाल, बैंगनी, नीला, पीला, नारंगी और सफेद फलों एवं सब्जियों को खाने में शामिल किया जाता है. इंद्रधनुष के समान रंगीन होने के कारण इसे रेनबो डाइट कहते हैं.

By Prachi Khare | March 24, 2024 10:35 AM
an image

Rainbow Diet for Health: होली रंगों का त्योहार है और रंगों की मौजूदगी हर चीज को खूबसूरत बना देती है, फिर चाहे वह आपके खाने की थाली ही क्यों न हो. खाद्य पदार्थों के रंग न केवल थाली को आकर्षक बनाते हैं, बल्कि उसमें पोषण भी भरते हैं. फलों एवं सब्जियों का हर रंग शरीर को एक अलग पोषण देता है, जिसे देखते हुए न्यूट्रिशनिस्ट लोगों को रेनबो डाइट को अपनाने की सलाह दे रहे हैं. अच्छी सेहत के लिए क्यों उपयुक्त है रेनबो डाइट, जानें विस्तार से…

क्या है रेनबो डाइट
खाद्य पदार्थों का रंग हमें पोषण के बारे में बहुत कुछ बताता है. इसी के आधार पर रेनबो डाइट में हर रंग- हरा, लाल, बैंगनी, नीला, पीला, नारंगी और सफेद फलों एवं सब्जियों को खाने में शामिल किया जाता है. इंद्रधनुष के समान रंगीन होने के कारण इसे रेनबो डाइट कहते हैं.

हर रंग देता है अलग पोषण
लाल : लाल रंग के खाद्य पदार्थों में लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट एवं एंथोसाइनिन पोषक तत्व पाया जाता है. इस रंग के खाद्य पदार्थों जैसे लाल शिमला मिर्च, अनार, टमाटर, चुकंदर, तरबूज, सेब, स्ट्रॉबेरी आदि का सेवन कैंसर और दिल संबंधी गंभीर बीमारियों को दूर रखता है. इनमें पाया जानेवाला एंथोसाइनिन कंपाउंड मांसपेशियों को मजबूत बनाता है.

Also Read: आज है वर्ल्ड ट्यूबरक्लोसिस डे, जागरूकता से टीबी को दें मात

नारंगी : इस रंग के फल एवं सब्जियां इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. संतरा, गाजर, पपीता, कद्दू, खरबूज, खजूर व अन्य नारंगी फल व सब्जियों के सेवन से मेटाबॉलिज्म तेज होता है. हृदय भी स्वस्थ रहता है. इनमें बीटा कैरोटीन, विटामिन ए एवं सी, पोटेशियम, जीएक्सेंथिन और फ्लेवोनोइड्स पोषक तत्व पाये जाते हैं.

Also Read: सिर्फ अनार के दाने ही नहीं इसके छिलके भी अमृत से कम नहीं हैं, जानें फायदे

पीला : पीले रंग के खाद्य पदार्थों में कैरोटिनॉइड, विटामिन-सी की प्रचुर मात्रा पायी जाती है. पीले रंग के खाद्य पदार्थ जैसे- अनानास, नींबू, पीली शिमला मिर्च, पपीता, स्वीट कॉर्न, आम आदि का सेवन पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखता है. ये शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखते हैं.

Also Read: बच्चों को रात में बुखार क्यों होता है, जानें इससे बचाव के उपाय

हरा : पालक, मेथी, पत्ता गोभी, मटर, ब्रोकली, कीवी, खीरा, अंगूर, पुदीना जैसे हरे रंग के खाद्य पदार्थ हमें डायबिटीज और दिल की बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाते हैं. इनके सेवन से पेट साफ रहता है. इनमें भरपूर मात्रा में विटामिन, पोटेशियम, एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और फाइबर होते हैं.

Also Read: पीरियड्स के अलावा वजाइना से हो ब्लीडिंग तो हो जाएं सावधान

बैंगनी/नीला : इस रंग के फल एवं सब्जियों में एंथोसाइनिन और रेस्वेट्रॉल नामक पोषक तत्व होते हैं. जामुन, लाल भाजी, काले अंगूर, बैंगन, ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी आदि बैंगनी/नीली चीजें मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाती हैं. इनमें मौजूद एंथोसाइनिन और रेस्वेट्रॉल तत्व शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं. ये पाचन तंत्र अच्छा और शरीर में इन्फ्लेमेशन कम करते हैं.

Also Read: गर्मी में भी अगर आप हैं जुकाम से परेशान, तो अपनाएं ये घरेलू उपाय

सफेद/भूरे : फाइबर व पोटेशियम से भरपूर सफेद व भूरे रंग के आलू, लहसुन, प्याज, अदरक, मशरूम, फूल गोभी, केला, शलजम आदि खाद्य पदार्थ कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर को शरीर पर हावी नहीं होने देते. इसका सेवन किडनी व हृदय के लिए भी अच्छा रहता है.

रेनबो डाइट लेने का सही तरीका
रेनबो डाइट को फॉलो करने का यह मतलब नहीं है कि हर समय खाने में सभी रंगों को शामिल किया जाये. हालांकि आपकी प्लेट में जितने ज्यादा रंग के फल व सब्जियां होंगी, सेहत के लिए उतना ही अच्छा होगा. विशेषज्ञों की मानें तो दिन में पांच और हफ्ते में कम से कम 20 प्रकार के फलों व सब्जियों का सेवन कर आप रेनबो डाइट का फायदा उठा सकते हैं. वहीं सप्ताह में दो से तीन बार हरे रंग का भोजन करने की सलाह दी जाती है.

वजन कम करने में है कारगर
रेनबो डाइट के खाद्य पदार्थों में फल एवं सब्जियां शामिल होते हैं. इनमें मौजूद पानी व फाइबर शरीर को एनर्जी देते हैं और पेट को भरा हुआ रखते हैं. सुपाच्य होने के साथ-साथ यह डाइट वजन कम करने में जल्द असर दिखाती है.

Also Read: विश्व टीबी दिवस आज, जानिए इसका इतिहास, थीम और शुरुआती लक्षण

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

Exit mobile version