Mattress for Back Pain, Health News : नये शोध में खुलासा हुआ है कि कैसे गद्दे (types of mattress) आपको शरीर के लिए आरामदायक हो सकते हैं. दरअसल, बुजुर्गों को अगर पीठ दर्द (Back Pain) की समस्याएं आए तो समझा भी जा सकता है. लेकिन, अगर यह परेशानी उम्र के मध्यम पड़ाव में पहुंचे लोगों में दिखने लगे तो जीना मुश्किल हो जाता है, करियर को त्यागने तक की नौबत आ जाती है. लेकिन, अगर थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो इस समस्या से मुक्ति पायी जा सकती है. तो आइये जानते हैं किन गद्दों (best mattress for back pain) का कैसे करें प्रयोग में लाए, ताकि आपको आपके शरीर को मिले राहत (mattress for back pain)..
इस आधुनिक युग में पीठ दर्द शीर्ष बीमारियों में से एक है. जिसमें लोग को मध्यम आयु में ही परेशानियां होने लगती है. असहनिय दर्द शारीरिक गतिविधि को कम कर देती है और हमें बेड पर ला पटकती है. बेड पर पड़े रहना बाद में कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है. बेकार हो जाने से मानसिक तनाव, आपसी क्लेश के अलावा लेटे-लेटे वजन बढ़ जाना उम्र से पूर्व कमजोर महसूस करना, सहनशक्ति की कमी आदि कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. इसलिए वक्त रहते और सही उपायों से आप अपने पीठ को असहनिय दर्द से बचा सकते हैं. इसके लिए आपको सही गद्दे का चयन करना होगा.
आपको बता दें कि पहले के डॉक्टर अक्सर सख्त फर्म के गद्दे पर लेटने की सलाह देते थे. आमतौर पर गद्दे सख्त होते हैं. लेकिन, हाल ही में हुए एक शोध से पता चला कि ऐसे लोगों में नींद की समस्या देखने को मिली. दरअसल, कम पीठ दर्द वाले 268 लोगों पर जब एक सर्वेक्षण किया गया तो उसमें पाया गया कि जो लोग बहुत कठोर गद्दों पर सोते थे. उनकी नींद की गुणवत्ता सबसे खराब हो गई थी.
वहीं, मध्यम-फर्म और नार्मल फर्म गद्दे का इस्तेमाल करने वालों के बीच नींद की गुणवत्ता में कोई अंतर नहीं दिखा. ऐसे गद्दे हमारे रीढ़ की हड्डी को अच्छे से सपोर्ट करते हैं. जिससे कमर और पीठ दर्द से राहत मिलती है.
दूसरी ओर, नरम गद्दे भी समस्या के जड़ बन सकते हैं. शोध में मालूम चला है कि नरम गद्दे सोने में आराम दायकजरूर होते हैं. लेकिन, वे इतने सॉफ्ट होते हैं की आपके लेटने पर बॉडी का शेप ले लेते हैं. जब आप गहराई से नींद में सोते रहेंगे तो पहले से गद्दे का आकार ले चुके होने के कारण आपको करवट लेने में भी काफी दिक्कत होगी. जोड़ो को मोड़ना इस दौरान खासकर दर्दनाक साबित हो सकता है. ऐसा लगेगा मानो आपको किसी ने जकड़ लिया हो.
– शोध कहती है आपके गद्देदार बिस्तरों के नीचे प्लाईवुड बोर्ड जरूर लगा होना चाहिए. स्प्रिंग वाले गद्दे आमतौर पर लंबे समय के बाद शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. आपको बता दें कि भारत में मध्यमवर्गीय फैमिली में आमतौर पर प्लाईवुड लगे गद्दे आज भी उपयोग में लाए जाते हैं.
– इसके अलावा आपके गद्दे फर्श पर भी रखें हो तो आपके लिए लाभकारी साबित होंगे.
– इसके लिए आप आसपास के शोरूम में जा कर पहचान कर सकते हैं कौन से गद्दे आपको लंबे समय तक लेटने पर आराम दे रहे हैं. विभिन्न मॉडलों को देखने और आजमाने से आपको इसका अंदाजा लग पायेगा.
– इसके अलावा आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां भी ठहरते हैं तो उनके गद्दे पर भी सोने से अंदाजा लग सकता है कि आपके के लिए कौन सा मैटरेस सही है.
– बहुत गर्म क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इस बात का ख्याल रखना होगा कि गद्दे का फैब्रिक कैसा है. केवल खुबसुरती देखने से नहीं होगा. आमतौर पर ब्रीथेबल फैब्रिक से बने गद्दे काफी आरामदायक होते हैं जिससे नींद अच्छी आती है.
Posted By : Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.