Vitamin-D और बीएमडी टेस्ट कराना जरूरी है, पटना में फ्री मेडिकल कैंप आज

बोन मिनरल डेंसिटी (बीएमडी) टेस्ट हड्डियों की मजबूती की जांच के लिए करवाया जाता है. इस टेस्ट के जरिये ड्यूअल एनर्जी एक्स-रे एब्जॉर्पटियोमेट्री (डेक्सा) मशीन की मदद से हड्डियों के घनत्व यानी डेंसिटी को परखा जाता है. साथ ही हड्डियों की कमजोरी की वजह का पता लगाया जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2023 10:50 PM

पटना : आप अगर हड्डी, जोड़, गठिया या नस रोग से पीड़ित हैं, तो आपके लिए यह अच्छा मौका है. बिहार की राजधानी पटना के हनुमान नगर स्थित गोविंद आर्थोकेयर में 1 अप्रैल को शाम 3 बजे से रात 8 बजे तक नि:शुल्क बीएमडी और विटामिन-डी जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है. इसमें राजधानी के प्रसिद्ध एवं वरिष्ठ हड्डी, जोड़, गठिया और स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ डॉ अश्विनी कुमार पंकज मरीजों को नि:शुल्क परामर्श भी देंगे.

बता दें कि बोन मिनरल डेंसिटी (बीएमडी) टेस्ट हड्डियों की मजबूती की जांच के लिए करवाया जाता है. इस टेस्ट के जरिये ड्यूअल एनर्जी एक्स-रे एब्जॉर्पटियोमेट्री (डेक्सा) मशीन की मदद से हड्डियों के घनत्व यानी डेंसिटी को परखा जाता है. साथ ही हड्डियों की कमजोरी की वजह का पता लगाया जाता है. इस टेस्ट के जरिये हड्डियों में मौजूद कैल्शियम और अन्य मिनरल्स की जानकारी मिलती है. इस टेस्ट के जरिये ऑस्टियोपीनिया व ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों को कमजोर करने वाली बीमारी का पता भी लगाया जा सकता है.

डॉ अश्विनी कुमार पंकज ने बताया कि बोन मिनरल डेंसिटी टेस्ट (बीएमडी) हड्डियों की मजबूती जानने के लिए करवाया जाता है. ये जांच 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए जरूरी होती है. कमर दर्द, गर्दन दर्द या जोड़ों में दर्द रहने पर ये जांच जरूर कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि सिगरेट और शराब का सेवन करने वालों को भी ये जांच करवानी पड़ती है. इसके साथ ही, उन लोगों को भी ये जांच करवानी पड़ती है, जिनका फ्रैक्चर आसानी से हो जाता है.

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उन्होंने कहा कि यह जांच उनके लिए भी जरूरी है, जिनकी माहवारी समय से पहले बंद हो गई है या जिनके बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ है. भारत में 61 मिलियन लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस है और इनमें से 80 प्रतिशत महिलाएं हैं. वहीं, भारत में लगभग 490 मिलियन लोगों में विटामिन-डी की कमी है जिनमें से 31 प्रतिशत बच्चे और किशोर हैं.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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