सरकार ने अनलॉक 1 में कई तरह की छूट दे दी है इस वजह से लोग जो कई महीनों से घरों में बंद थे अब वो थोड़ी सी राहत की सांस ले रहे हैं. ऐसे में जिन्हें अक्सर बाहर खाने की आदत थी वो भी अब बाहर के खा पा रहे हैं. खास कर के मोमोज और गोलगप्पे के शौकीन लोगों की मौज है. क्योंकि कई जगहों पर इनकी बिक्री जम कर होने लगी है.
अगर आप भी इन चीजों के शौकीन हैं तो सावधान हो जाएं क्यों कि आपकी छोटी सी भूल कोरोना का सबब न बन जाएं. इसलिए जब भी आप बाहर स्ट्रीट फूड खाने को जाएं तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें. आईए जानते हैं वो कौन सी सावधानियां हैं जिन्हें आपको रखना बेहद जरूरी है.
विक्रेता के साफ सफाई का ध्यान जरूर रख लें सिर्फ ग्लवस और मास्क पहनना ही काफी नहीं है. ठेले के आस पास कोई कचड़े का ढेर तो नहीं है इसका भी खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है. ये भी देख लें कि जिस बरतन में वो आपको खाना परोस रहा है वो अच्छी तरह से साफ सफाई है या नहीं. ये भी ध्यान रखें कहीं वो पान मसाला, खैनी इत्यादि का सेवन तो नहीं करता है न. इन सब बातों को ध्यान में रखने के बाद ही उस स्थान पर खाना खाएं.
अमूमन यह देखा जाता है कि किसी भी भोजन को 70 डिग्री के तापमान में अच्छी तरह से पकाया जाता है. जो नुकसान देह नहीं है. लेकिन यह बात का ध्यान रखना जरूरी है कि वो खाना जिस तेल में बनाया गया है वो कब का है. इसका जांच करने का तरीका ये है कि कहीं उस तेल का रंग गहरा या काला प्रतीत तो नहीं हो रहा है न. अगर ऐसा है तो तुरंत उस खाने को खाने से मना कर दें क्यों कि ऐसा तेल में बना खाना नुकसान देह साबित होता है क्यों कि इस तेल का इस्तेमाल कई बार हो चुका है.
बीमारी या फिर संक्रमण का खतरा दूषित पानी से भी है, इसलिए इस बात का भी ध्यान रखें कि जिस बर्तन को वो धो रहा है वो साफ है या नहीं. अगर ऐसा नहीं हैं तो आप उन्हें डिस्पोजल प्लेट में खाना देने को कहें और उस प्लेट में भी खाने से पहले पानी अच्छी तरह धो लें
गर्मी के दिनों में लोग जूस इत्यादि पीना बेहद पंसद करते हैं लेकिन जूस पीने से पहले इन बातों का ख्याल जरूर रखें कि जिस जूस को पीने के लिए वो आपको दे रहा है वो कहीं पहले से तो नहीं बनाया गया है. क्यों कि आपको यह नहीं पता कि वो कितनी स्वच्छता से बनाया गया है. साथ में इस बात का भी ध्यान रखें कि वो आपको जूस में बर्फ डाल कर तो नहीं दे रहा है न. अगर ऐसा है तो उन्हें तुरंत मना कर दें. क्यों कि आपको पता नहीं है कि वो बर्फ किस पानी से बनाया गया है.
खाद्य पदार्थों को आकर्षक बनाने के लिए कई विक्रेता उसमें फूड कलर मिला देते हैं जो देख कर ही पता लग जाता है. वैसे फूड को खाने से परहेज करें तो ज्यादा बेहतर होगा. क्यों कि इस संबंध में निर्धारित मानकों का कितना पालन किया गया है वो आपको नहीं पता. क्यों कि फूड कलर में केमिल्स का इस्तेमाल होता है. जिनकी मात्रा भी पहले से तय होती है कि आपको इसका इस्तेमाल कितनी मात्रा में करना है. जिसका पालन करना जरूरी है होता है क्योंकि इसका ज्यादा इस्तेमाल हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है
Posted By : Sameer oraon
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.