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Chickenpox virus: चेचक के लिए कौन सा वायरस ज़िम्मेदार है?

चिकनपॉक्स एक सामान्य लेकिन संक्रामक बीमारी है जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस के कारण होती है. उचित देखभाल, टीकाकरण और सावधानियों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है और गंभीर जटिलताओं से बचा जा सकता है. यदि लक्षण गंभीर हों या कोई जटिलता उत्पन्न हो, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए. आइये विस्तार से इसके बारे में जानते हैं.

Chickenpox virus: चिकनपॉक्स, जिसे हिंदी में “चेचक” भी कहा जाता है, एक वायरल संक्रमण है जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस (Varicella-Zoster Virus या VZV) के कारण होता है. यह वायरस हर्पीस वायरस परिवार का एक सदस्य है. चिकनपॉक्स मुख्यतः बच्चों में देखा जाता है, लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है.

वायरस का प्रसार

वेरिसेला-जोस्टर वायरस हवा के माध्यम से फैलता है. जब संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस छोटे-छोटे बूँदों के साथ हवा में फैलता है और अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है. इसके अलावा, सीधे संपर्क में आने से भी संक्रमण हो सकता है, जैसे कि चिकनपॉक्स के फफोले से रिसने वाले द्रव के संपर्क में आने से.

लक्षण

चिकनपॉक्स के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 10 से 21 दिन बाद दिखाई देते हैं. इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:

1. सबसे प्रमुख लक्षण छोटे-छोटे लाल धब्बे होते हैं, जो बाद में फफोले और फिर पपड़ी में बदल जाते हैं.

2. हल्के से लेकर उच्च बुखार तक हो सकता है.

3. संक्रमित व्यक्ति में थकान और कमजोरी की भावना होती है.

4. हल्का या मध्यम सिरदर्द हो सकता है.

5. फफोलों में बहुत खुजली होती है.

निदान और उपचार

चिकनपॉक्स का निदान आमतौर पर इसके लक्षणों के आधार पर किया जाता है. डॉक्टर संक्रमित व्यक्ति की त्वचा पर दिखाई देने वाले फफोलों और अन्य लक्षणों को देखकर निदान कर सकते हैं.

उपचार के लिए, विशेष रूप से बच्चों में, आमतौर पर घरेलू देखभाल पर्याप्त होती है. इसके तहत ये उपाय किए जा सकते हैं:

1. खुजली से राहत के लिए डॉक्टर कैलामाइन लोशन या ओटमील बाथ की सलाह दे सकते हैं.

2. बुखार को कम करने के लिए पैरासिटामोल दी जा सकती है. एस्पिरिन का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे राइ सिंड्रोम का खतरा होता है.

3. पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लेना आवश्यक है.

4. संक्रमित व्यक्ति को पूरा आराम करना चाहिए.

टीकाकरण

चिकनपॉक्स से बचाव के लिए टीकाकरण एक प्रभावी तरीका है. वेरिसेला टीका बच्चों और वयस्कों को चिकनपॉक्स से बचाने में सहायक होता है. यह टीका आमतौर पर दो खुराकों में दिया जाता है: पहली खुराक 12-15 महीने की उम्र में और दूसरी खुराक 4-6 साल की उम्र में.

जटिलताएं

चिकनपॉक्स आमतौर पर बच्चों में हल्के रूप में होता है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर जटिलताएं भी पैदा कर सकता है, जैसे:

1. त्वचा पर फफोले में बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है.

2. फेफड़ों में संक्रमण हो सकता है, जिसे न्युमोनिया कहते हैं.

3. मस्तिष्क में सूजन हो सकती है, जिसे एनसेफलाइटिस कहते हैं.

पुनःसंक्रमण और शिंगल्स

चिकनपॉक्स का वायरस शरीर में निष्क्रिय अवस्था में रह सकता है और वर्षों बाद शिंगल्स (herpes zoster) के रूप में पुनः सक्रिय हो सकता है. शिंगल्स एक दर्दनाक रैश है जो शरीर के एक हिस्से में होता है और आमतौर पर वृद्ध लोगों में देखा जाता है.

सावधानियां

संक्रमित व्यक्ति को अलग रखना, हाथों को अच्छी तरह धोना और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना चिकनपॉक्स के प्रसार को रोकने में सहायक हो सकता है. इसके अलावा, जो लोग चिकनपॉक्स के संपर्क में आए हों और जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें तत्काल डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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