चीन में इन दिनों अस्पताल सांस की बीमारी, निमोनिया से परेशान मरीजों से भरे हुए हैं. चीन के बच्चों में सांस की बढ़ती बीमारियों की खबरों के बीच भारत सरकार भी अलर्ट मोड में है.कर्नाटक, उत्तराखंड समेत कई राज्यों को खास तौर पर सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया हैं
राज्यों में स्वास्थ्य विभाग ने अपने हेल्थ सिस्टम को अलर्ट पर रखा है. सरकार की तरफ से जारी एडवाइजरी में मौसमी फ्लू पर जोर दिया गया है, जो पांच से सात दिनों तक चलने वाली एक संक्रामक बीमारी है, जो मृत्यु दर के लिए जानी जाती है
चीन में फैली निमोनिया जैसी बीमारी के लक्षण की बात करें तो इसके लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, बीमार फील करना, भूख न लगना, मायलगिया, मतली, छींक आना और सूखी खांसी शामिल है,बड़ी बात यह है कि यह उच्च जोखिम वाले समूहों में तीन सप्ताह तक रहती है
चाइना निमोनिया के खतरे से बचने के लिए कुछ एहतियात बरतना जरूरी है. इसमें कोरोना काल के समय बरते गए एहतियात शामिल हैं
किसी भी फ्लू से प्रभावित व्यक्तियों से एक न्यूनतम दूरी बनाए रखें
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
अपनी आंखों, नाक या मुंह को अनावश्यक रूप से छूने से बचें.
खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल या टिशू से ढकें.
कहीं से आने पर बार-बार अपने हाथ साबुन और पानी से धोएं.
इस बीमारी से बचने के लिए पर्याप्त नींद सुनिश्चित करें, रेगुलर रूप से फिजिकल एक्टिविटी में संलग्न रहें और तनाव को प्रभावी ढंग से मैनेज करें.
स्वस्थ रहने के लिए खूब सारा पानी पिएं और पौष्टिक आहार लेकर हाइड्रेटेड रहें
जिन स्थानों पर इन्फ्लूएंजा और श्वसन संबंधी बीमारियों की घटनाएं अधिक हो उन स्थानों की यात्रा करने से बचें.
China Pneumonia जैसे खतरे से बचने के लिए भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जब जाएं तो चेहरे पर मास्क पहनें.
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