West Bengal News, Covaxin: कोलकाता (अमर शक्ति प्रसाद) : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित आइसीएमआर-नाइसेड के कार्यालय में बुधवार से कोविड-19 की रोकथाम के लिए ‘को-वैक्सीन’ के तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो गया. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने आइसीएमआर-एनआइसीईडी में को-वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण की शुरुआत की.
राज्यपाल ने इस अवसर पर केंद्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से ‘प्रभावी तरीके से निबटने’ के लिए देश के नेतृत्व ने बेहतर कार्य किया है. श्री धनखड़ ने कहा कि देश में विकसित किये जा रहे टीके के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए देश के 24 केंद्रों में एनआइसीईडी को भी चुना गया है. उन्होंने भरोसा जताया कि सुगमता से यह प्रक्रिया पूरी होगी.
राज्यपाल श्री धनखड़ ने कहा कि इस महामारी से निबटने में भारत ने सराहनीय काम किया है. इसका पूरा श्रेय देश के दूरद्रष्टा नेतृत्व को जाता है. राज्यपाल ने कहा कि केंद्र की आयुष्मान भारत योजना संकट के बीच लोगों के लिए लाभदायक साबित हुई है. इस योजना के जरिये नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जाती हैं. उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में योजना को अब तक लागू नहीं हुई है.
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राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि आयुष्मान भारत क्यों जरूरी है, अब समझ में आ रहा है. साथ ही उन्होंने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा खरीदे गये उपकरण की निविदा प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि निविदा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार हुआ है और इससे कुछ लोगों ने काफी आमदनी की है.
उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि इसकी जांच के लिए जिन लोगों के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है, वही लोग इसमें शामिल तो नहीं. वहीं, इस संबंध में नाइसेड के शांता दत्त ने बताया कि नाइसेड द्वारा क्लिनिकल ट्रायल की खबर आने के बाद ही लोगों ने कार्यालय में फोन करना शुरू कर दिया था. बुधवार को परीक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते वक्त राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी वॉलेंटियर बनने की इच्छा जाहिर की थी.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे व भारत बायोटेक द्वारा देश में विकसित कोरोना वैक्सीन, को-वैक्सीन कोलकाता पहुंच गया है. महानगर में नाइसेड लैबोरेटरी में इसे में रखा गया है. जानकारी के अनुसार, ट्रायल के लिए हैदराबाद से एक हजार वैक्सीन लाये गये हैं. पूरे देश में 25,800 लोगों पर इसका ट्रायल होगा, जिसमें बंगाल के एक हजार लोग भी शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार, वैक्सीन को माइनस चार डिग्री तापमान पर रखा गया है. देश की 24 संस्थाओं को 26 हजार लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल करने का जिम्मा सौंपा गया है, जिसमें नाइसेड भी शामिल है, जो बंगाल में इसका ट्रायल करेगी.
Posted By : Mithilesh Jha
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