कोरोना वायरस से जहां दुनिया लड़ाई लड़ रही है. भारत में भी लोग इसे लेकर एहतियात बरत रहे हैं. घरों में बैठे हैं, स्वच्छता का ध्यान दे रहे हैं. वहीं, कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें मुनाफाखोरी सूझ रही है. कुछ लोगों को इस स्थिति में भी तरस नहीं आ रहा है और सिर्फ अपने स्वार्थ में जी रहे है.
देश के विभिन्न हिस्सों से कई ऐसे मामले उभर कर सामने आ रहे हैं जहां नकली मास्क और सेनिटाइजर की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है. ऐसा ही एक मामला दिल्ली में शुक्रवार को सामने आया, जहां लोगों के बीच कुछ व्यापारी अपने स्वार्थ के लिए नकली मास्क की बिक्री करने में लगे हुए है.
भारत के 135 करोड़ लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रहे इन मुनाफाखोरों के बारे में जानें और हो जाएं सतर्क….
दरअसल, उत्तर पूर्व दिल्ली के करावल नगर में सस्ते दाम पर मास्क बनाने का खेल कर रहे कुछ व्यापारियों ने खुलासे में कहा कि वे मार्केट में मास्क को मात्र 8 रूपये में बेच रहे हैं. जो वक्त समाज के साथ समाज के लिए खड़े होने का है. उस समय ऐसे व्यापारी लोगों के विश्वास पर छूड़ा भोंकने का काम कर रहे हैं.
करावल नगर के रहने वाले आरोपी दिलीप कुमार ने बताया कि वे पहले दूसरा बिजनेस करते थे, लेकिन मास्क की डिमांड में बढ़ोत्तरी को देखकर आस-पड़ोस को मुहिम के बहाने जोड़ा और मास्क प्रोडक्शन का काम कर रहे हैं. उनके द्वारा बेचे जा रहे ये सस्ते मास्क किसी वायरस से बचाव में काम नहीं आ सकता. सिंगल लेयर इन मास्कों को वे फटे बोरियों या वेस्ट कपड़ों के माध्यम से बना रहे हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे वे अपना बनाया नकली मास्क कुछ अस्पतालों में भी सप्लाई कर रहे हैं.
उक्त खुलासा एक चैनल ने अपने स्टिंग आपरेशन में किया है. प्रभात खबर आपसे अपील करता है कि इस बुरे वक्त में ऐसा कोई काम न करें जो देश को गर्त में ले जाए. ऐसे ही देश संकट की घड़ी से गुजर रहा हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.