Coronavirus: कोविड का मुकाबला करने के लिए आपके लिए यह जान लेना जरूरी है कि किन लोगों को इससे संक्रमित होने और अधिक गंभीर स्थिति में पहुंचने का खतरा अधिक हो सकता है. इसके लिए, वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने कोविड के साथ गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के कई जोखिम कारक स्थापित किए हैं, जिनमें वृद्धावस्था, मोटापा औरस्वास्थ्य स्थितियां, उच्च बॉडी मास इंडेक्स शामिल है. लेकिन यदि उन कारकों की बात करें, जो किसी के कोविड से संक्रमित होने की संभावना को कम कर सकते हैं? दिलचस्प बात यह है कि शोध से पता चलता है कि एलर्जी होने पर किसी के कोविड से संक्रमित होने के जोखिम को कम किया जा सकता है. जानें…
एलर्जी बहुत आम है. दुनिया भर में कम से कम 40 करोड़ लोग किसी चीज को छूने से होने वाली एलर्जी, या हे फीवर से प्रभावित हैं. लगभग 30 करोड़ लोग एलर्जिक अस्थमा (सांस के रास्ते होने वाली एलर्जी) से पीड़ित हैं, जबकि फूड एलर्जी लगभग 25 करोड़ लोगों को प्रभावित करती है. कई लोगों को कुछ दवाओं से भी एलर्जी होती है. एटोपिक रोग एलर्जी से उत्पन्न स्थितियों के एक समूह को दिया गया नाम है और इसमें हे फीवर, एक्जिमा और डर्मेटाइटिस शामिल हैं. शोध से पता चला है कि एटोपिक रोगों वाले लोगों में कोविड के संपर्क में आने की संभावना 25% कम होती है. एटोपिक रोग और अस्थमा वाले लोगों में, इन स्थितियों के बिना वाले लोगों की तुलना में कोविड का जोखिम 38% कम है.
एक अलग अध्ययन से पता चला है कि फूड एलर्जी वाले लोगों में कोविड से संक्रमित होने की संभावना 50% कम थी. एलर्जी वाले लोगों को कम जोखिम क्यों होता है? शुरू में यह सोच थी कि एलर्जी वाले लोगों में कोविड होने की संभावना कम हो सकती है क्योंकि वे दूसरों से अधिक अलग-थलग हो सकते हैं. यह अस्थमा के लिए सही हो सकता है क्योंकि इस स्थिति वाले लोगों को पहले महामारी से बचाने की सलाह दी गई थी. महामारी के दौरान अनुसंधान से पता चला है कि फूड एलर्जी वाले घरों में अन्य घरों की तुलना में कोविड का जोखिम का स्तर थोड़ा कम था.
कई कारक हैं जो एलर्जी वाले लोगों में कोविड संक्रमण के जोखिम को कम करने में योगदान दे सकते हैं. उदाहरण के लिए, अस्थमा से पीड़ित लोगों में दूसरों की तुलना में अधिक बलगम बनती है, जिसे सार्स-कोव-2 को वायुमार्ग में प्रवेश करने से रोकने के लिए अहम समझा जाता है. इसलिए एलर्जी और अस्थमा से पीड़ित लोगों में कोविड होने का जोखिम कम होता है. लेकिन ये स्थितियां किसी कोविड संक्रमण की गंभीरता को कैसे प्रभावित करती हैं? महामारी की शुरुआत में, यह माना गया था कि अस्थमा से पीड़ित लोगों को कोविड से बहुत बीमार होने का अधिक खतरा हो सकता है, क्योंकि वायरल संक्रमण आमतौर पर अस्थमा को बढ़ा देता है. लेकिन अब यह बात सामने आई है कि हल्का या अच्छी तरह से नियंत्रित अस्थमा, कोविड के साथ गंभीर बीमारी के जोखिम को नहीं बढ़ाता है. और इस बात का भी सबूत नहीं है कि अधिक गंभीर अस्थमा जोखिम को बढ़ाता है. इसी तरह, गंभीर कोविड के लिए एटोपिक रोग को जोखिम कारक नहीं माना जाता है. यदि आप अस्थमा या एलर्जी के साथ अन्य बीमारियों से भी पीड़ित हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि इससे कोविड की गंभीरता बढ़ सकती है. रोकथाम बहुत जरूरी है.
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कोविड संक्रमण को रोकने के सर्वोत्तम तरीकों में टीकाकरण, उचित फिटिंग वाले मास्क से चेहरे को ढंकना और शारीरिक दूरी बनाना शामिल है. इस बीच, यदि आपको एलर्जी है, तो इसका प्रबंधन होना आवश्यक है. सुनिश्चित करें कि आपका उपचार सही ढंग से हो रहा है और जरूरत पड़ने पर आपके पास दवाएं उपलब्ध हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.