Coronavirus Medicine : कोरोना वायरस से निजात दिलाएगा यह मलहम ? दवा कंपनी ने किया दावा
Coronavirus Medicine : दुनियाभर में कोरोना वायरस ने 2,32,20,216 लोगों को अब तक अपनी चपेट में ले लिया है जबकि इससे अबतक 8,03,201 लोगों की मौत हो चुकी है. इस वायरस से निजात पाने के लिए पूरी दुनिया में वैक्सीन की खोज की जा रही है. यहां तक की रूस ने तो वैक्सीन बनाने का दावा तक कर दिया है. इसी बीच कोरोना से निजात पाने के लिए मलहम बाजार में आ गया है. इसका दावा एक दवा कंपनी ने किया है.
दुनियाभर में कोरोना वायरस ने 2,32,20,216 लोगों को अब तक अपनी चपेट में ले लिया है जबकि इससे अबतक 8,03,201 लोगों की मौत हो चुकी है. इस वायरस से निजात पाने के लिए पूरी दुनिया में वैक्सीन की खोज की जा रही है. यहां तक की रूस ने तो वैक्सीन बनाने का दावा तक कर दिया है. इसी बीच कोरोना से निजात पाने के लिए मलहम बाजार में आ गया है. इसका दावा एक दवा कंपनी ने किया है.
जी हां…अमेरिका की एक दवा कंपनी ने एक ऐसा मलहम तैयार करने का दावा किया है जिसे लगाने से कोरोना वायरस संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है. इस परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों ने कहा कि एफडीए पंजीकृत ‘नॉन प्रिस्क्रिप्शन ओवर द काउंटर’ (ओटीसी) मलहम ने कोरोना वायरस सहित अन्य विषाणु संक्रमणों से बचाव करने, उपचार करने और उन्हें समाप्त करने की क्षमता साबित की है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि प्रयोगशाला से प्राप्त रिपोर्ट ने दिखाया कि टी3एक्स उपचार के बाद संक्रमण फैलाने वाला कोई विषाणु नहीं पाया गया. एडवांस्ड पेनिट्रेशन टेक्नोलॉजी के संस्थापक डॉ ब्रायन ह्यूबर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह एक महत्वपूर्ण खोज साबित होगी जो नाक के जरिए कोरोना वायरस के अंदर जाने की आशंका को कम करेगी.
बयान में कहा गया कि लंदन स्थित अनुसंधान प्रयोगशाला ‘‘वायरोलॉजी रिसर्च सर्विसेज लिमिटेड” ने कोरोना वायरस (एनएल63) और ‘इन्फ्लुएंजा ए’ वायरस पर दवा के विषाणु रोधी प्रभाव का मूल्यांकन किया और पाया कि यह कोरोना वायरस से लड़ने में काफी कारगर है.
भारत से साझेदारी की रूस को उम्मीद : इधर रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) किरिल दमित्रिएव ने कहा है कि रूस कोविड-19 के टीके स्पूतनिक 5 के उत्पादन के लिये भारत के साथ साझेदारी पर विचार कर रहा है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की घोषणा: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की थी कि उनके देश ने कोविड-19 का दुनिया का पहला टीका बना लिया है जो “काफी प्रभावी” तरीके से काम करता है और इस बीमारी के खिलाफ “स्थिर प्रतिरक्षा” देता है. स्पूतनिक 5 का विकास गामालेया महामारी रोग और सुक्ष्मजीव विज्ञान शोध संस्थान और आरडीआईएफ मिलकर कर रहे हैं. इस टीके के तीसरे चरण का परीक्षण या बड़े पैमाने पर नैदानिक परीक्षण नहीं हुआ है.
Posted By : Amitabh Kumar
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.