दुनियाभर में तबाही मचाने के बाद कोरोना ने भारत को भी अपने चपेटे में ले लिया है. अभी तक यहां 7367 पॉजीटिव मरीज पाए गए हैं जबकि 273 लोगों की मौत हो गयी है. हालांकि, 715 लोग की हालत में सुधार भी आया है. इसका अबतक कोई इलाज भी संभव नहीं हो पाया है. ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि बचाव ही इसका सही उपचार है.
डब्ल्यूएचओ की मानें तो सोशल डिसटेंसिंग, आस-पास को सेनिटाइज करना और मास्क पहनना ही इसका उपचार है. देश में फिलहाल, लॉकडाउन भी जारी है, बावजूद इसके लोग मान नहीं रहे है. मास्क पहनने में भी कोताही बरत रहे हैं. आज हम आपको बताने वाले मास्क पहनने में आप कहां कर रहे हैं भूल और कोरोना को दे रहे है दावत…
– अगर आप मास्क पहन रहे हैं और उससे आपका मुहं ढक जा रहा है लेकिन नाक वाला पार्ट खुला रह जा रहा तो आप कर रहे हैं बड़ी चुक. क्योंकि नाक के माध्यम से भी आपको हो सकता है संक्रमण
– ढीला मास्क पहनना भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे भी संक्रमण आपके मुहं और नाक के जरिये शरीर में प्रवेश कर सकता है. इसलिए मास्क हमेशा कसा हुआ ही पहनें.
– मास्क को गले में फंसा कर आप थोड़ा रिलैक्स होने की कोशिश कर रहे हैं तो जान लें की वायरस को ये नहीं मालूम की आप रिलैक्स मोड में है. कभी भी आप संक्रमित हो सकते हैं
– अगर आप मास्क को ठुड्डी से उपर करके पहन रहे हैं तो भी संक्रमण का खतरा हो सकता है. कई लोग छोटा मास्क पहनते है जिसके कारण उनके गाल का पार्ट भी दिखता रहता है. ये सब गलतियां आपको कोरोना संक्रमण से नहीं बचा सकता है.
– अत: बाहर निकलने से पहले और मास्क को पहनने के बाद एक बार आईने में चेक कर लें.
आपको बता दें कि मास्क सिर्फ आपको कोरोना से ही नहीं बल्कि अन्य घातक जीवाणुओं से भी बचाने का काम करता है. भारत में आपने जैन धर्म के लोगों को भी मास्क पहनते देखा होगा. दरअसल, इसे सदियों से उपयोग में लाया जाता रहा है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.