Corona virus: भारत में कोरोना की दस्तक, नोएडा में स्कूल बंद, आगरा से मिले 6 संदिग्ध, केरल से दिल्ली तक हडकंप

कोरोना के कहर का असर भारत पर पड़ने लगा है. आगरा में कुछ संदिग्धों के परीक्षण के दौरान कोरोना वायरस के छह संदिग्ध मरीजों का पता चला है. बताया जा रहा है कि ये वही लोग हैं जो कल दिल्ली के कोरोना पीड़ित के संपर्क में आये थे.

By SumitKumar Verma | March 3, 2020 4:36 PM
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नयी दिल्ली : कोरोना के कहर का असर भारत पर पड़ने लगा है. आगरा में कुछ संदिग्धों के परीक्षण के दौरान कोरोना वायरस के छह संदिग्ध मरीजों का पता चला है. बताया जा रहा है कि ये वही लोग हैं जो कल दिल्ली के कोरोना पीड़ित के संपर्क में आये थे.

गौरतलब है कि सोमवार को भारत में कोरोना वायरस के दो और मरीज के मिलने से सनसनी मच गई थी. जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने ट्रेवल एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि फिलहाल विजा पर प्रतिबंध चाइना और इरान के लिए जारी रहेगा. अगर भविष्य में यही स्थिति बनी रही तो अन्य विदेशी यात्राओं पर भी प्रतिबंध लागू किया जाएगा.

आपको बता दें कि कोरोना से प्रभावित एक व्यक्ति दिल्ली जबकि दूसरा तेलंगाना से मिला था. वहीं आज उत्तरप्रदेश के नोएडा में इसे लेकर स्कूल बंद रखा गया. बताया जा रहा है कि इस वायरस से प्रभावित एक व्यक्ति ने पॉजिटिव पाए जाने से पहले अपने बच्चे की जन्मदिन पार्टी का आयोजन किया था.

जानें इसके लक्षण और बचाव के बारे में….

निमोनिया की तरह है कोरोना वायरस के लक्षण –

– विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो संक्रमण होते ही सबसे पहले मरीज को बुखार आता है

– जिसकी वजह से सिर में दर्द और पूरा शरीर थका-थका महसूस होने लगता है

– जिससे मांसपेशियों में भी जकड़न सी महसूस होने लगती है

– इसके बाद उसे खांसी होने लगती है जो की सूखी खांसी में बदल जाती है

– मरीज को खांसी के वजह से गले में लगातार दर्द रहने लगता है

– और एक हफ्ते बाद सांस से संबंधित सम्सयाएं आने लगती है. मरीज को सांस लेने में काफी परेशानी होने लगती है

जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल भर्ती करने की नौबत आ जाती है.इस वायरस से बचाव के लिए अभी तक कोई इवाई तो नही बन पायी है लेकिन ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा संगठन एनएसएच की मानें तो इसे फैलने से रोका जा सकता है. जानें कैसे-

– सैनेटाइजर या साबुन लगाकर पानी से बार-बार हांथो को धोना चाहिए

– छींकते या खांसते समय टिशू पेपर या रूमाल का इस्तेमाल करना चाहिए,

– याद रहे रूमाल को भी बराबर धोते रहना चाहिए या फिर डिस्पोजेबल टिशू पेपर का ही प्रयोग करना चाहिए, जिसका एक बार उपयोग कर फेंक दें

– अगर पास में टिशू पेपर या रूमाल भी नही है तो बाजू का इस्तेमाल करें छींकने के लिए

– उसी हांथ से शरीर के बाकी अंगों को बिल्कुल न छूएं, पहले हाथ धो लें

– कोशिश करना चाहिए कि किसी भी संक्रमण से प्रभावित मरीज के आसपास न भटकें

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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