COVID-19 : अभी जब दुनियाभर में कोरोना से निबटने के लिए वैक्सीनेशन जोरों पर है. इसी बीच ब्रिटेन की स्वास्थ्य नियामक संस्था ने इस एंटी वायरल दवा मोलनुपिरवीर के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है. इस दवा को बनाने वाली कंपनी का दावा है कि संक्रमित मरीज यदि इस दवा का इस्तेमाल करते हैं तो मौत का खतरा 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है.
एंटी वायरल दवा मोलनुपिरवीर को मर्क एंड रिजबैक बायोथेरेप्यूटिक्स कंपनी ने बनाया है. कंपनी का दावा है कि ब्रिटेन के बाद अमेरिका भी इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक है. दवा बनाने वाली कंपनी का यह भी कहना है कि इस एंटीवायरल दवा के इस्तेमाल से कोरोना से संक्रमित मरीजों की मौत का जोखिम 50 प्रतिशत तक कम होगा. रिसर्च के अनुसार इस दवा के आखिरी ट्रायल में मोलनुपिरवीर लेने वाले 7.3% रोगियों को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी थी.
ब्रिटेन की मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने इस दवा को बनाने के संबंध में यह जानकारी दी है कि, मोलनुपिरवीर को डीएनए तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया गया है और ये दवा कोरोना के नये म्यूटेंट को खत्म करने में भी बहुत प्रभावशाली माना गया है. इस दवा के ट्रायल के दौरान इसका असर महिला-पुरुष, दोनों पर समान रूप से देखने को मिला और इसके साइड इफेक्ट्स भी नहीं देखे गए. यह दवा काफी हद तक प्रभावी देखी गई.
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मोलनुपिरवीर के ट्रायल के दौरान सावधानी के तौर पर ट्रायल के लिए उपलब्ध लोगों को निर्देश दिया गया था कि वे या तो गर्भनिरोधक का उपयोग करें या सेक्स से दूर रहें. अमेरिकी सरकार ने शुरू में इस दवा को फ्लू थेरेपी के रूप में स्टडी के लिए लिया था. यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, ओरल मेडिसिन संक्रमण को कम करने में बहुत उपयोगी साबित हो सकती है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.