वाशिंगटन: अमेरिका में हुए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के एक साल बाद तक घबराहट, अवसाद और सोने में दिक्कत जैसी मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ‘दि बीएमजे’ में बुधवार को प्रकाशित अध्ययन में कहा गया कि कोविड-19 (Covid19) से पीड़ित होकर ठीक हो चुके लोगों को मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए.
महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक दुनिया में 40 करोड़ 30 लाख और अमेरिका में 7 करोड़ 70 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. अध्ययन के वरिष्ठ लेखक, वाशिंगटन विश्वविद्यालय के जियाद अल अली ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, ‘कोविड-19 संक्रमण ने दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के 1,48,00,000 नये मामले पैदा किये और महामारी के कारण अमेरिका में ऐसे 28 लाख से ज्यादा मामले सामने आये.’
अनुसंधानकर्ताओं ने अमेरिका के पूर्व सैनिक कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वास्थ्य डेटाबेस के आंकड़ों का इस्तेमाल किया और मार्च 2020 और जनवरी 2021 के बीच पीसीआर जांच में संक्रमित पाये जाने के कम से कम 30 दिन बाद लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के खतरे का अनुमान लगाया. बता दें कि भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 30,757 नये मरीज सामने आये. कुल मामले बढ़कर 4,27,54,315 हो गये हैं.
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भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 30,757 नये मामले सामने आये, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,27,54,315 हो गयी. इसके साथ ही बीमारी से ठीक (संक्रमण मुक्त) होने की दर एक बार फिर 98 प्रतिशत से ज्यादा हो गयी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी सामने आयी. सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 541 और मरीजों की मौत हो गयी, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 5,10,413 हो गयी.
एजेंसी इनपुट के साथ
Posted By: Mithilesh Jha
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